नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की शीर्ष ईकाई संसदीय बोर्ड की बैठक आज होगी। इस बैठक में यूपी और उत्तराखंड के सीएम का नाम तय किया जाएगा। पहले यह बैठक शनिवार को होने वाली थी, लेकिन यूपी-उत्तराखंड सहित पांच राज्यों के नतीजों के बाद पार्टी ने तय किया कि रविवार को पार्टी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया जाएगा और उसके बाद संसदीय बोर्ड की बैठक होगी।
शनिवार को घोषित पांच राज्यों के चुनाव परिणामों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड पूरी तरह भगवा रंग में रंग गया। यूपी में भाजपा ने 311 और उत्तराखंड में 57 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। दोनों ही प्रदेशों में भाजपा ने पहली बार इतनी सीटों पर जीत हासिल की। इस जीत के बाद से गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, दिनेश शर्मा, यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और योगी आदित्यनाथ सीएम पद की रेस में है। हालांकि अंतिम फैसला बीजेपी संसदीय की बैठक में होगा।
उत्तर प्रदेश में दलों के दावे और एग्जिट पोल एक बार फिर ध्वस्त हो गए। 1991 में मंदिर आंदोलन के वक्त बीजेपी को यूपी में 419 में से 221 सीटें मिली थीं। जबकि कांग्रेस महज 46 सीटों पर सिमट गई थी। जानकारों का मानना है कि इस ऐतिहासिक जीत ने जहां मोदी सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी के फैसले पर जनता की मुहर लगा दी है वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव की नींव भी रख दी है। पीएम मोदी की प्रतिष्ठा से जुड़ा उनका लोकसभा क्षेत्र काशी भी पूरी तरह केसरिया रंग में रंग गया। यहां सभी आठों सीट पर भाजपा ने परचम लहराया। आजादी के बाद पहली बार किसी पार्टी के गठबंधन ने यहां सभी सीटें जीती हैं। उत्तराखंड में भी भाजपा ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया। भाजपा ने पहली बार यहां 57 सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस सिर्फ 11 सीटें हासिल कर सकी। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 31 जबकि कांग्रेस ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी।