नई दिल्ली: 30 अप्रैल 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में गौतम बुद्ध की 2562वीं जयंती बेहद भव्य कार्यक्रम के जरिये मनायी जायेगी।
संस्कृति मंत्रालय, अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संगठन (आईबीसी) के सहयोग से शुभ ‘बुद्ध जयंती-2018’ को आयोजित करेगा जिसमें बौद्ध परंपरा के विभिन्न आयामों को दर्शाया जायेगा। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इन्डोर स्टेडियम में 30 अप्रैल 2018 को बौद्ध संस्थाओं का एक समूह भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी उपस्थिति में साथ आयेगा। संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा, गृह राज्यमंत्री श्री किरेन रिजिजू और अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महासंगठन के महासचिव वेन डॉ. धम्मप्रिया के साथ इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
प्रधानमंत्री एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय से विशेष रूप से इंदिरा गांधी इन्डोर स्टेडियम लाये गये पवित्र प्रतीकों के प्रति सम्मान प्रकट करेंगे। प्रधानमंत्री इस अवसर पर पूजनीय संघ को संघ दान (चीर वस्त्र एवं बोधि वृक्ष की पवित्र पत्ती) दान करेंगे। इस कार्यक्रम में एक प्रदर्शनी ‘बुद्धम शरणम गच्छामि’ का भी आयोजन किया जायेगा जिसमें भित्ति चित्र, तस्वीरें और पुरानी वस्तुओं का प्रदर्शन किया जायेगा।
बौद्ध दर्शन धर्म के बारे में प्राचीन भारतीय दर्शन का अभिन्न अंग रहा है क्योंकि बुद्ध को अधिकांशतया उनकी करुणा की वजह से याद किया जाता है। भारतीय हिमालय में बौद्ध परंपरा पूर्व में अरुणाचल प्रदेश से पश्चिम में लद्दाख तक फली-फूली। इसके अतिरिक्त भारत में ऐसे समुदाय भी हैं जो कि बुद्ध की शाक्य वंश परंपरा और सम्राट अशोक की मौर्य वंश परंपरा से अपना उद्भव मानते हैं। इस आधुनिक समय में बुद्ध की मानवता और करुणा की शिक्षाओं के महत्व को देखते हुये संयुक्त राष्ट्र ने 1999 में इस शुभ दिन के महत्व को आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया था। कई दक्षिण एशियाई देशों के लिये ‘बौद्ध धर्म’ एक साझा परंपरा रही है जो कि इन देशों को और एशिया में कई अन्यों को भारत से जोड़ती है।
2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि बुद्ध जयंती को देश एक वार्षिक आयोजन के तौर पर मनायेगा। इसी के अनुरूप संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा की अध्यक्षता में एक आयोजन समिति का गठन किया गया जिसके सह-अध्यक्ष गृह राज्यमंत्री श्री किरेन रिजिजू हैं। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महासंघ, जो कि दुनिया भर में फैले बौद्ध संगठनों का महासंघ है और जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है, इसके महासचिव वेन डॉ. धम्मप्रिया भारत में इस आयोजन समिति के संयोजक हैं। इसके अलावा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री डॉ. रामदास अठावले, लोकसभा सांसद डॉ. उदित राज, लोकसभा सांसद डॉ. सुमित गायकवाड़ और परम पूज्य डॉ. राहुल बोधि, परम पूज्य शांतिमित्र महाथेरा एवं धम्माचार्य शांतुम सेठ भी इस समिति के सदस्य हैं।