लखनऊ: प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने के लिए बेरोजगारों को रोजगार देना है और रोजगार पैदा करने वाले भी बनाने है। इसके लिए प्रदेश के हर जिले में उद्यम स्थापना पर जोर दिया जा रहा है। जल्द ही पं0 दीन दयाल उपाध्याय ग्राम उत्थान योजना भी शुरू की जायेगी। सूक्ष्य, लघु एवं मध्यम उद्यम को लाभकारी बनाने के लिए शीघ्र ही एक दल चीन और जापान भेजा जायेगा, जो वहां के छोटे-बडे़ उद्योगों का अध्ययन कर, यहां के उद्यमियों को भी आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।
श्री पचैरी आज यहां प्रेस क्लब में अखिल भारतीय समग्र विचार मंच द्वारा आयोजित बेरोजगारी समस्या व समाधान सेमिनार को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के माध्यम से अब तक 378 करोड़ रुपये लोन देकर लगभग 20 हजार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इन्डस्ट्रीज स्थापित कराई गई हंै। राजेगार की सबसे ज्यादा सम्भावनाएं छोटे उद्योगों में है। लोगों को अपने ही जनपद और गांव में रोजगार मुहैया हो सके, इसको दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार ने छोटे एवं पारम्परिक उद्योगों को बढ़ावा देने और उद्यम स्थापना के लिए नई एम.एस.एम.ई. नीति में आकर्षक छूट का प्राविधान किया है। इसकी वजह से निवेशक एवं उद्यमी उत्तर प्रदेश में उद्यम स्थापना के प्रति काफी उत्साहित हैं। इसका स्पष्ट नजारा इन्वेस्टर्स समिट में देखने को मिला। विगत फरवरी माह में आयोजित दो दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट के दौरान एम0एस0एम0ई0 सेक्टर में निवेश के सबसे ज्यादा 695 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
श्री पचैरी ने कहा कि बेरोजगारी की समस्या के समाधान हेतु राज्य सरकार पूरी तरह सजग और क्रियाशील है। इसीलिए एक जिला एक उत्पाद (ओ0डी0ओ0पी0) योजना शुरू की गई है। इसका मकसद यह है कि नौजवान नौकरी की तलाश में इधर उधर न भटकें, बल्कि वह खुद रोजगार देने वाले बनें। उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग के अधिकारी प्रत्येक कमीशनरी में गोष्ठियां करके लोगों को उद्योग लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना में उद्यम स्थापना के लिए 10 लाख रुपये तक लोन की व्यवस्था है। लोगों को इसका लाभ लेना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि सभी जिला उद्योग केन्द्रों पर ट्रेनिंग की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर लोगों को उत्पाद बनाने से लेकर मार्केटिंग की जानकारी दी जा रही है। जल्द ही लखनऊ में एक बड़ा टेªनिंग इन्स्टीट्यूट खोला जायेगा। इसमें विद्यार्थियों को डिग्री और डिप्लोमा मिलेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचलों की महिलाओं की स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें सोलर चर्खें दिये जाने की योजना है।