देहरादून: दी अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन एवं नियो विंजन फाउंडेशन के तत्वाधान में शनिवार को देहरादून के दर्शनलाल चौक पर ‘‘हॉर्न मत करो’’ (क्व छवज भ्वदा) का अभियान चलाया गया। इस अभियान में दी अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन का उत्तराखण्ड पुलिस विभाग ने भी सहयोग किया।
विद्यालय के बच्चों और संस्था के वालंटियर्स ने मिलकर पुलिस के साथ दर्शनलाल चौक पर रेड लाईट के दौरान वाहनों के ध्वनि प्रदूषण से होने वाली समस्याओं से अवगत कराया। प्रत्येक गाड़ी के ड्राईवर से पूछकर गाड़ियों के बैक बम्पर पर ‘हॉर्न मत करो’ का स्टीकर भी लगवाया। आने-जाने वाली गाड़ियों ने इस अभियान में बहुत उत्सुकता दिखाई। इस अभियान को खासकर उत्तराखण्ड में बढ़ावा देने के लिए एसपी ट्रैफिक श्री लोकेश्वर कुमार ने स्वयं हर संभव सहयोग करने के लिए कहा।
इस अभियान के दौरान लोग पोस्टर और बैनर के जरिए तरह-तरह की दलीलों वाले संदेशों के साथ ध्वनि प्रदूषण में कमी लाने के लिए वाहनों के हॉर्न बजाने से बचने की अपील कर रहे थे। इनके सबसे आकर्षक पोस्टर में लिखा था। ‘‘बिना किसी कारण के तो कुत्ता भी नहीं भौंकता है’’ तो फिर अकारण हॉर्न बजाना कितनी समझदारी है।
इस अभियान के सहयोजक रवि कालरा जो दी अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन के प्रधान है उन्होंने उत्तराखण्ड पुलिस को कुछ सुझाव इस अभियान के दौरान दिए और इस अभियान को पूरे उत्तराखण्ड प्रदेश में पुलिस के साथ बढ़ाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि हॉर्न केवल ऐमरजेन्सी के लिए बना है न कि यह कोई बच्चों का खिलौना है, स्कूल, मंदिर और अस्पताल पर तो रहम कीजिए। इन स्थानों के आसपास हॉर्न बजाना कानून अपराध है। ट्रैफिक लाईट तो हरी होने दीजिए! लाल बत्ती पर और ट्रैफिक जाम में ध्वनि प्रदुषण मत फैलायें!, ‘‘हॉर्न प्लीज’’ को ‘‘नो हॉर्न प्लीज’’ में बदल कर अपने शहर को मछली बाजार की जगह शान्तिमय और रहने लायक बनाऐं औंर भगवान के वास्ते बिना वजह हॉर्न मत बजाऐं।
नियो विंजन फाउंडेशन के प्रमुख गजेन्द्र रमोला ने कहा कि तनाव का बहुत बड़ा कारण वाहनों के अनावश्यक हॉर्न बजाने की प्रवृति है। इससे सुनने में दिक्कत, उच्च रक्त चाप और सिरदर्द की शिकायत होती है। इसके अलावा शहरों में ध्वनि प्रदूषण का 70 प्रतिशत हिस्सेदारी वाहनों से होने वाले शोरगुल की है।
इस अभियान के दौरान उपस्थित गति फाउंडेशन के अनूप नौटियाल ने कहा कि वायु प्रदूषण के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण भी बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही है। इस प्रकार के प्रयास समय-समय पर होने चाहिए। उन्होंने देहरादूनवासियों से भी अपील की कि अनावश्यक हॉर्न न बाजायें और दून को प्रदूषण मुक्त शहर बनाने में अपना सहयोग दें।
इस अभियान के अंतर्गत राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य राष्ट्रपति अवॉर्ड से सम्मानित हुक्कुम सिंह उनियाल के साथ विद्यालय के छात्र-छात्राओं और ग्राफिक ऐरा यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भाग लिया।
इस अभियान में पीसीसीएफ जयराज सिंह, पूर्व पीसीसीएफ डॉ0 आरबीएस रावत, गति फाउंडेशन के अनूप नौटियाल, चन्दन सिंह नेगी पर्यावरण विद्, प्रदीप कुमार निरीक्षक सीपीओ, फाउंडर ऑफ यूनिवर्सल रनर्स मैराथॉन की सोनी राव, रोहित नौटियाल सहित स्कूलों के बच्चे व दी अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन के लोग व पुलिस कर्मीयों ने भी बढ़-चढकर भाग लिया।