रियान ब्रीवस्टर की लगातार दूसरी हैट्रिक की बदौलत इंग्लैंड ने तीन बार के पूर्व चैंपियन ब्राजील को कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में बुधवार को 3-1 से धोकर पहली बार फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई। इंग्लैंड का यह पहला सेमीफाइनल था और उसने ब्राजील जैसी मजबूत टीम को पूरे मैच पलटवार करने का कोई मौका नहीं दिया।
अब खिताबी मुकाबला इसी मैदान पर शनिवार को इंग्लैंड और स्पेन के बीच होगा। इंग्लिश टीम का इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2011 में रहा था। उस साल टीम ने क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था।
यह फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के इतिहास में पहला मौका है जब दो यूरोपीय टीमें फाइनल में पहुंची हैं। स्पेन चौथी बार खिताबी मुकाबले में जगह बनाने में सफल रहा। इससे पहले 1991, 2003 और 2007 में फाइनल में पहुंचा था, लेकिन तीनों बार उसे दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था।
आपको बता दे कि इंग्लैंड और ब्राजील के बीच होने वाला ये सेमीफाइनल मैच पहले गुवाहाटी में होना था, लेकिन अंतिम क्षणों में कोलकाता को इसकी मेजबानी सौंपी गयी। इसे बावजूद बावजूद मैच देखने के लिए 60 हजार से ज्यादा दर्शक पहुंचे। दर्शकों का ब्राजील को भरपूर समर्थन मिल रहा था, लेकिन इंग्लैंड की टीम पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और टीम ने आसानी से फाइनल में प्रवेश कर लिया।
इंग्लैंड के क्लब लीवरपूल के लिए खेलने वाले ब्रीवस्टर ने 10वें, 39वें और 77वें मिनट में गोल दागकर हैट्रिक पूरी की। रियान ने इससे पहले अमेरिका के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में हैट्रिक मारी थी। दो हैट्रिक के बाद उनके पांच मैचों में 7 गोल हो गए हैं और वह टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर हैं। ब्राजील के लिए एकमात्र गोल वेस्ली ने 21वें मिनट में किया।
वहीं दूसरीा सेमीफाइनल स्पेन और गत उपविजेता माली के बीच खेला गया जहां कलात्मक खेल के महारथी स्पेन ने 3-1 से बाजी मारते हुए फाइनल में जगह बना ली। इसके साथ ही माली का लगातार दूसरी बार खिताबी मुकाबले में पहुंचने का सपना चकनाचूर हो गया।
स्पेन मैच में शुरू से ही हावी रहा। टीम की तरफ से कप्तान आबेल रूईज ने 19वें मिनट में पेनल्टी पर पहला गोल किया और फिर 43वें मिनट में फील्ड गोल दागकर बढ़त को 2-1 कर दिया। फेरान टोरेस ने 71वें मिनट में तीसरा गोल करके टीम की जीत पक्की कर दी। यूरो अंडर-17 चैंपियन स्पेन ने 10 साल बाद फाइनल में जगह बनाई। इससे पहले स्पेनिश टीम 2007 में दक्षिण कोरिया में हुए विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी जहां वह पेनल्टी शूटआउट में नाइजीरिया से 3-0 से हार गई थी।
वहीं माली का लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने का सपना पूरा नहीं हो पाया। माली की तरफ से एकमात्र गोल लसाना एनडियाए ने 74वें मिनट में किया। माली को अब तीसरे स्थान के लिए ब्राजील से भिड़ना होगा।