देहरादून: राजभवन में सम्पन्न कार्यक्रम में राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने भारतीय डाक विभाग द्वारा आयोजित पत्र लेखन प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड परिमण्डल के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। राज्यपाल ने गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में डाक विभाग के एक विशेष आवरण का विरूपण भी किया।
राज्यपाल ने प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों व डाक विभाग को बधाई देते हुए कहा कि गांधी जी की शिक्षाएं सदैव हमारा मार्ग प्रशस्त करती रहेंगी। वे केवल भारतवासियों के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। महात्मा गांधी पर सबसे ज्यादा डाक टिकिट जारी किए गए हैं। 90 से अधिक देशों में गांधी जी पर डाक टिकिट जारी किए गए हैं। गांधीजी ने हम सभी को सत्य व अहिंसा का रास्ता दिखाया। वे स्वच्छता को ईश्वर की आराधना मानते थे। दक्षिण अफ्रीका के दिनों से लेकर भारत तक वे लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूक करते रहे। गांधीजी के दिखाए रास्ते पर चलकर ही देश में स्वच्छता अभियान प्रारम्भ किया गया। पिछले तीन वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोग खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं।
चीफ पोस्ट मास्टर जनरल श्री उदय कृष्ण ने बताया कि भारतीय डाक द्वारा डाक टिकट संग्रह ‘‘फिलैटेली’’ को प्रोत्साहित करने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस प्रतियोगिता का शीर्षक ‘ढ़ाई आखर’ था। इसके अंतर्गत पत्र लेखन का विषय था ‘प्रिय बापू आप मुझे प्रेरणा देते हैं’। उत्तराखण्ड परिमण्डल में 18 वर्ष तक आयु श्रेणी में 833 पत्र व 162 अंतर्देशीय पत्र प्राप्त हुए जबकि 18 वर्ष से अधिक आयु श्रेणी में 235 पत्र तथा 55 अंतर्देशीय पत्र प्राप्त हुए। परिमण्डल द्वारा प्रत्येक श्रेणी में सर्वरेष्ठ तीन प्रतिभागियों का चयन किया गया।