नई दिल्लीः भारतीय रेल ने मशीन से ट्रैक के बेहतर रखरखाव के लिए अत्याधुनिक तीन नई मशीन 09-3एक्स डायनेमिक टेम्पिंग एक्सप्रेस शामिल की है। इन मशीनों का उद्घाटन और झंडी फरीदाबाद में रेलवे बोर्ड के मेम्बर, इंजीनियरिंग श्री एम.के.गुप्ता ने दिखाई। भारी सघनता वाले रूटों पर तैनाती के लिए भारतीय रेल द्वारा 874 ट्रैक रखरखाव मशीनों के वर्तमान बेड़े में अगले 6 महीने के दौरान ऐसी 7 मशीनों के शामिल किए जाने की योजना है।
27 करोड़ रुपये प्रत्येक की लागत वाली नई 09-3एक्स डायनेमिक टेम्पिंग एक्सप्रेस विविध कार्यों, जिसे अबतक विभिन्न मशीनों द्वारा किया जाता रहा है, से संबंधित नवीनतम उच्च आउटपुट समेकित टेम्पिंग मशीन है। यह ट्रैक की पूर्व और पश्चात् भूमिति की माप कर सकती है, वांछित भूमिति के लिए ट्रैक को दुरुस्त कर सकती है, एक ही साथ तीन स्लीपर्स को टेम्प कर सकती है, किया गया कार्य गुणवत्तापूर्ण है या नहीं, यह सुनिश्चित करने के लिए पोस्ट टैम्पिंग ट्रैक मानकों को स्टेबलाइज़ कर सकती है तथा उनकी माप कर सकती है। यह अलग से किसी स्टेबलाइजेशन मशीन की आवश्यकता को समाप्त करती है जिससे परिचालन लागत तथा ट्रैक पोजेशन समय में कमी आती है। यह मशीन रेलगाड़ियों की सुरक्षित आवाजाही के लिए टैम्पिंग के बाद लूज स्टोन बैलास्ट को वाइब्रेट एवं कॉम्पेक्ट करेगी। इन मशीनों का विनिर्माण आयातित कंपोनेंट्स के साथ मेक इन इंडिया के तहत भारत में किया गया है। अगले तीन वर्षों के दौरान भारतीय रेल रखरखाव बेड़े में ऐसी 42 और मशीनों को शामिल करने की योजना बनाई गई है। इससे भारतीय रेल में पटरियों के रखरखाव में सुरक्षा, विश्वसनीयता तथा आर्थिकी में और बेहतरी आएगी। इससे रखरखाव के बाद पटरियों की गुणवत्ता की भौतिक माप की आवश्यकता भी खत्म होगी।
मेनुअल इंटरफेस समेत तीन परिचालनों को अब एक मशीन में जोड़ दिया गया है।
टेम्पर + स्टेबलाइजर + टेम्पिंग के बाद के मानक = 09-3एक्स डायनेमिक
ऐसे उन्नत ट्रैक रखरखाव के परिचालन के लिए व्यवहारिक व क्रियाशील प्रशिक्षण देने हेतु एक नई थ्री-डी अत्याधुनिक टेम्पिंग सिमुलेटर भारतीय रेल ट्रैक मशीन ट्रेनिंग सेन्टर, इलाहाबाद (आईआरटीएमटीसी) में संस्थापिक किया गया है। इस प्रकार की उन्नत प्रौद्योगिकी सिमुलेटर वर्तमान में भारत समेत केवल पांच देशों में उपलब्ध है।
भारतीय रेल ने 2024 तक पटरियों की जांच, निगरानी, रिलेयिंग एवं रखरखाव के पूर्ण यांत्रिकीकरण की योजना बनाई है। रेलवे बोर्ड के ट्रैक मशीन्स के कार्यकारी निदेशक श्री ए.के.खंडेलवाल एवं प्लासर इंडिया के एमडी सीएगफ्राइड फिंक भी फरीदाबाद में इन मशीनों की जांच एवं कमीशनिंग के दौरान उपस्थित थे।