देहरादून: भारतीय संसदीय समूह के तत्वावधान में लोक सभा, नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेम चन्द अग्रवाल शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक सभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने की। समारोह में राज्यसभा, लोक सभा एवम् देशभर की विधानसभाओं एवं विधान परिषदों के सदस्यों ने प्रतिभाग किया। देश के कई शीर्षस्थ गणमान्य व्यक्तियों ने इस अभूतपूर्व सम्मेलन में मार्गदर्शन किया।
महिला दिवस पर भारतीय संसदीय समूह के तत्वावधान में 10 व 11 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में उत्तराखण्ड विधायक श्रीमती मीना गंगोला, श्रीमती ऋतु खण्डुडी के साथ सुरेन्द्र सिंह नेगी, संजीव आर्य, सुरेन्द्र सिंह जीना एवं काजी निजामुद्दीन ने भी सम्मेलन में प्रतिभाग किया।
इस सम्मेलन का मुख्य विषय “विकास के लिए हम है” जिसमें सांसदो और विधायकों को राष्ट्र्रीय स्तर पर चर्चा करने का अवसर मिला। सम्मेलन के दौरान दो विषय विकास प्रक्रिया में विधायकों की भमिका एवं विकास हेतु संसाधनो का इष्टतम उपयोग पर मुख्य रूप से चर्चा की गयी।
उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष ने विकास प्रक्रिया में विधायकों की भमिका पर अपने विचार रखते हुए कहा कि कोई भी विधायक 5 वर्षों के लिए चुना गया एक प्रतिनिधि मात्र नहीं है, वो उन हजारों जन आकांक्षाओं का प्रतिफल है, जो राष्ट्र के निर्माण का सपना देखती हैं। अपने विधायक के माध्यम से समूचय जनमानस अपने उन सपनों को पूरा होते हुए देखना चाहता है, जिनकी चाह उसे वोट देने के लिए प्रोत्साहित करती है। श्री अग्रवाल ने कहा कि कभी हिंदी साहित्य के प्रखर पुरुष श्री प्रेम चंद ने कहा था कि “ भारतीय लोग रेल गाड़ी का डिब्बा हैं.” जिन्हें चलाने के लिए एक इंजन की आवश्यकता होती है। इस प्रकार से कहा जाये तो विधायक सम्पूर्ण समाज को नेतृत्व प्रदान कर उसकी दशा व दिशा तय करने के लिए उत्तरदायी है।
इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने सांसदो एवं विधायको को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप लोकतंत्र की प्रतिनिधित्व प्रणाली के अग्रदूत हैं। भारतीय समाज की विविधता ही इसकी विशिष्टता है. और इस विविधता को सजोंकर सतत विकास हेतु कार्ययोजना बनाना तथा उसका सफल क्रियान्वयन ही हमारा सर्वोपरी लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि विधायक आम जनमानस की वो आवाज है, जिसे इस देश के विकास की यात्रा को सुगम तथा सार्थक बनाना है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि विकास एक सत्त चलने वाली प्रक्रिया है और इस प्रक्रिया को मूर्त रूप देने के लिये विधायक की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत भौतिक विकास से सम्बन्धित संचालित होने वाली प्रत्येक प्रक्रिया में विधायक का सीधा हस्तक्षेप रहता हैं इसलिए विकास के मापदण्डों पर चुने हुए जनप्रतिनिधि को खरा उतरकर उसकी सार्थकता सिद्ध करता है।