नई दिल्ली: 58 वर्षीय मेजर जनरल सोमनाथ झा (सेवानिवृत्त) सर्विस में 37 साल बिताने के बाद बिल्कुल सामान्य तरीके से अपनी सेवा को अलविदा नहीं कहना चाहते थे। उनका मिशन अब भी जारी है। भारतीय सेना की तीसरी पीढ़ी के सिपाही होने के नाते उन्होंने हमारे उन समस्त सैनिकों की याद में पूरे देश में साइकिल चलाने का चुनौतीपूर्ण काम शुरू किया जिनका देहांत हो चुका है। मेजर जनरल झा ने उन लगभग 21000 सशस्त्र सेना कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का फैसला किया जिन्होंने आजादी के बाद अपना जीवन खो दिया है। उन्होंने इनमें से प्रत्येक सैनिक के लिए दो मिनट साइकिल चलाकर अपना यह मिशन पूरा करने का निर्णय लिया। मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सोमनाथ झा के शब्दों में ‘यह मेरे उन भाइयों को मेरी प्रतीकात्मक श्रद्धांजलि है जिन्हें मेरी तरह सेवानिवृत्त होने का मौका नहीं मिल पाया था क्योंकि इससे पहले ही उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दे दिया था।’
19 अक्टूबर 2016 को सेवानिवृत्त होने के 18 दिन बाद उन्होंने इस मिशन के तहत अंबाला छावनी (जहां वह सेवानिवृत्त हुए थे) से अपनी यात्रा शुरू की और सात माह की अवधि में 29 राज्यों में 42,000 मिनट साइकिल चलाई है।