नई दिल्ली: केन्द्रीय सूचना व प्रसारण, खेल व युवा मामलो के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन राठौर 25 मई 2018 को सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में फिल्म महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। सदस्य देशों के सिनेकर्मियों द्वारा सिनेमा और संस्कृति के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए यह महोत्सव एक साझा मंच उपलब्ध करायेगा। इस महोत्सव के दौरान आसियान देशों के फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा तथा सिनेमा की उत्कृष्टता का उत्सव मनाया जाएगा।
आसियान भारत फिल्म महोत्सव आसियान देशों के बीच सदभाव बढ़ायेगा तथा आपसी संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा। सदस्य देशों को लोगों विशेषकर युवाओं के बीच संपर्क बढ़ेगा। सांस्कृतिक विनिमय के माध्यम के रूप में फिल्म महोत्सव निदेशालय का उद्देश्य सिनेमा के क्षेत्र में विचारों, संस्कृति तथा अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए मंच उपलब्ध कराना है तथा फिल्म निर्माण के नये रूझानों तक पहुंच प्रदान करना है। आसियान फिल्म महोत्सव में ऐसे देश शामिल होंगे, जिनमें अत्यधिक सांस्कृतिक विविधता है लेकिन वे इतिहास की डोर से आपस में बंधे हुए हैं। इस भावना को फिल्मों, विचारों के आदान-प्रदान, प्रमुख व्यक्तियों के बीच परिचर्चा तथा दर्शकों के साथ परिचर्चा के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।
महोत्सव के दौरान 11 देशों की 32 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। फिल्मों के अलावा सिनेमा के विभिन्न आयामों पर आधारित पैनल परिचर्चाओं का भी आयोजन किया जाएगा।
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पृष्ठ भूमिः
आसियान भारत संबंध के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, विदेश मंत्रालय के सहयोग से फिल्म महोत्सव निदेशालय 25 से 30 मई 2018 तक दिल्ली में आसियान भारत फिल्म महोत्सव का आयोजन कर रहा है।
यह फिल्म महोत्सव एक गैर-प्रतियोगी आयोजन है। महोत्सव की टैगलाइन है-फिल्मों के माध्यम से मित्रता।
आसियान के बारे मेः
आसियान 10 दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का अंतर-सरकारी संगठन है। इसके सदस्य देश हैं-
इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और वियतनाम।
परिचर्चा सत्रः
सिनेमा के छात्रों तथा सिनेमा के प्रति उत्साह रखने वालों के लिए फिल्म निर्माण से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर आधारित की परिचर्चाएं 26 से 28 मई तक (11 बजे दिन, समयावधि एक घंटे) आयोजित की जाएंगी।
सदस्य देशों तथा भारत के आमंत्रित अतिथि, पैनल सदस्य होंगे। परिचर्चा के संभावित विषय निम्न हैं।
- भारत-आसियान फिल्म बाजार – सह-निर्माण के अवसर।
- सांस्कृतिक मैत्री के एक वाहक के रूप में सिनेमा।
- आसियान सिनेमा में महिला का चित्रण।
परिचर्चा सत्र के लिए फिल्म, मीडिया तथा नाटक संस्थाओं के छात्रों को आमंत्रित किया जाएगा।