नई दिल्ली: भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय दिल्ली के लालकिला में 26 से 31 जनवरी, 2018 तक ‘भारत पर्व’ का आयोजन कर रहा है, जिसका फोकस ‘देखो अपना देश’ पर है। बड़ी संख्या में लोग विविध और आकर्षक संस्कृति, व्यंजन और हस्तशिल्प का जश्न मनाने के लिए इस पर्व में भाग ले रहे हैं। पर्व में प्रवेश निशुल्क है और यह आम लोगों के लिए दोपहर 12 बजे से रात को 10 बजे तक खुला है। हालांकि समारोह में प्रवेश के लिए पहचान पत्र ले जाना अनिवार्य है।
आज थल सेना, वायु सेना और नौ सेना ने स्टेटिक बैंड प्रस्तुत किया और सेना ने डायनेमिक बैंड भी प्रस्तुत किया। छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने ‘लोकमान्य’ कार्यक्रम प्रस्तुत किया; जम्मू कश्मीर के कलाकारों ने ‘डोगरी/भांड पाथेर’ कार्यक्रम प्रस्तुत किया; एवं उत्तराखण्ड के कलाकारों ने ‘चपेली’ कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त, तेलंगाना के कलाकारों ने ‘पेरिणी नाट्यम एवं ओग्गू डोल्लू’ प्रस्तुत किया तथा आन्ध्र प्रदेश के कलाकारों ने ‘कुचीपुडी’ नृत्य प्रस्तुत किया। झांकी के जिन कलाकारों ने गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया था, उन्होंने भी अपना प्रदर्शन किया। अंत में, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र (एनजेडसीसी) के कलाकारों ने अखिल भारतीय आधार पर नृत्य प्रस्तुत किया।
पर्यटन मंत्रालय को इस समारोह के लिए नोडल मंत्रालय के रूप में नामित किया गया है, जिसकी विशेषताओं में गणतंत्र दिवस परेड झांकी का प्रदर्शन, सशस्त्र बल बैंड (स्टेटिक्स एवं डायनेमिक) का प्रदर्शन, एक बहुव्यंजन फूड कोर्ट, हस्तशिल्प मेला, देश के विभिन्न क्षेत्रों का सांस्कृतिक प्रदर्शन तथा विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) द्वारा ‘नया भारत हम करके रहेंगे’ की थीम पर एक फोटो प्रदर्शनी शामिल है। भारत के विभिन्न राज्यों के व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए फूड कोर्ट में एक लाइव ‘कूकरी डिमोन्ट्रेशन एरिया’ स्थापित किया गया है। फूड कोर्ट में राज्यों/संघ शासित प्रदेशों, भारत के स्ट्रीट वेंडरों के राष्ट्रीय संगठन (एनएएसवीआई) द्वारा स्टॉल लगाए गए है जिनमें विभिन्न क्षेत्रों तथा होटल प्रबन्धन संस्थानों एवं आईटीडीसी द्वारा स्ट्रीट फूड प्रदर्शित किए गए हैं।
50 स्टॉल के साथ शिल्प मेला देश के विविध हस्तशिल्पों को प्रदर्शित करता है जो राज्यों सरकारों एवं कपड़ा मंत्रालय द्वारा हस्तशिल्प आयुक्त के कार्यालय के माध्यम से आयोजित किया गया है। इनमें थीम राज्य पवेलियन शामिल है जहां प्रत्येक राज्य अपने पर्यटन उत्पादों के साथ अपनी शक्ति प्रदर्शित कर रहा है।
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