लखनऊ: भारत रत्न-पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गाँधी जी का जन्म शताब्दी वर्ष समारोह पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में विभिन्न 10 स्थानों पर वृहद रूप से इन्दिरा जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सेमिनारों का आयोजन किये जाने के तहत आज जनपद झांसी के कुंज वाटिका, कानपुर रोड, झांसी में जन्मशताब्दी वर्ष समारोह आयोजित किया गया। समारोह का संचालन पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री प्रदीप जैन आदित्य ने किया।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने बताया कि कार्यक्रम में हजारों उत्साही कार्यकर्ताओं एवं जनता की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में अ0भा0 कांग्रेस कमेटी के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री गुलामनबी आजाद नेता प्रतिपक्ष राज्यसभा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री राजबब्बर सांसद, श्री पी0एल0 पुनिया सांसद, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री प्रदीप जैन आदित्य एवं श्री जितिन प्रसाद, अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी के सचिव-सहप्रभारी उ0प्र0 श्री जुबेर खान ने प्रमुख रूप से सम्बोधित करते हुए इन्दिरा जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।
प्रवक्ता ने बताया कि समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री राजबब्बर सांसद ने झांसी की धरती को नमन करते हुए रानी लक्ष्मीबाई को याद किया और श्रीमती इन्दिरा गांधी जी और झांसी की रानी का जन्मदिन एक होने और उनके द्वारा देश के प्रति किये गये महान योगदान से प्रेरणा लेने एवं आम जनमानस तक पहुंचाने का आवाहन किया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री गुलाम नबी आजाद ने स्व0 इन्दिरा गांधी जी के योगदान को याद करते हुए उनके जीवन संघर्ष को याद किया तथा उनके साथ बिताये हुए वक्त को याद किया। श्री आजाद ने बताया कि कश्मीर के बारे में और कश्मीर के चिनार के पेड़ों के बारे में जितना ज्ञान इन्दिरा जी को था उतना कम लोगों को होता है। उन्होने बताया कि स्व0 गांधी 4 या 5 नवम्बर 1984को कश्मीर जा रही थीं लेकिन उससे पहले ही 31अक्टूबर को वह शहीद हो गयीं।
इस मौके पर इन्दिरा जी के कृतित्व और व्यक्तित्व को सांसद श्री पी0एल0 पुनिया जी ने याद किया तथा अपने सेवाकाल के समय झांसी में नियुक्त होने के दौरान का कार्यकाल याद किया। उन्होने कहा कि इन्दिरा जी ने दलितों, शोषितों, वंचितों की हमेशा बात की तथा उनके हितों के लिए सदैव सजग रहीं।