नयी दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने देश के विभिन्न हिस्सों में भीड द्वारा लोगों की पीट-पीट कर हत्या किये जाने की बढती वारदात पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा कि इस मामले पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
श्री मुखर्जी ने आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर प्रकाशित अंग्रेजी दैनिक ‘नेशनल हेराल्ड ’ के एक स्मारक संस्करण का विमोचन करते हुए यहां कहा कि जब भीड द्वारा लोगों की पीट -पीट कर हत्या किये जाने की घटनाएं इतनी ज्यादा बढ़ गयीं हैं और ये अनियंत्रित हो गयीं है तो ऐसे समय में हमें ठिठक कर इस बात पर गंभीरता से विचार करना होगा कि क्या हम वाकई सतर्क हैं । उन्हाेंने कहा ,‘जब हम देखते हैं कि किसी की पीट -पीट कर जान ली जा रही है तो हमें इस देश के बारे में सोचना होगा । उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि क्या हम देश के मूलभूत सिद्धान्तों की रक्षा के लिए वाकई सतर्क हैं।
राष्ट्रपति ने कहा ,‘ मेरा मानना है कि नागरिक ,बुद्धिजीवी और मीडिया देश को अंधकार और दकियानूसी की ओर ले जाने वाली ताकतों के खिलाफ प्रतिरोधक का काम कर सकते हैं । उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों में गोरक्षा के नाम पर और कुछ अन्य घटनाओं में कुछ लोगों की पीट-पीट कर हत्या की गयी है । नेशनल हेराल्ड की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह अखबार आजादी की लडाई में देश की आवाज रहा है ।
कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कोषाध्यक्ष मोतीलाल बोरा समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे ।