मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एन बीरेन सिंह कल सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। इससे पहले कल एन बीरेन सिंह को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। इसके बाद उन्होंने राज्यपास से मुलाकात कर राज्य में अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
इससे पहले राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने कहा था कि सिंह के इस्तीफा देने तक वह नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया आरंभ नहीं कर सकतीं। बीरेन ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने संवाददाताओं से कहा, एन बीरेन को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता निर्वाचित किया गया। वह पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। हमारे पास छोटे दलों का समर्थन है।
इबोबी सिंह के नेतत्व वाली कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री बीरेन ने मणिपुर की सेवा करने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेतृत्व का आभार जताया। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री और पूरे भाजपा नेतत्व का आभार जताता हूं। मैंने कांग्रेस के कुशासन के विरोध में पार्टी छोड़ी थी। बीरेन ने कहा, मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतत्व में हमारी टीम सुशासन पर जोर देगी।
उप मुख्यमंत्री गायखंगम ने बताया कि सिंह ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। इससे पहले इबोबी सिंह ने कहा था कि राज्य में नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया का रास्ता बनाने के लिए वह कल तक अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। हाल ही राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। नजमा हेपतुल्ला ने कहा था कि वह तभी नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू कर सकती हैं जब मौजूदा मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा दे दें।
इबोबी सिंह हालांकि दलील दे रहे थे कि कांग्रेस हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है और सरकार गठन के लिए पहला मौका उन्हें मिलना चाहिये। सिंह ने कहा, मैं शक्ति परीक्षण के लिए तैयार हूं क्योंकि मेरे साथ आंकड़े हैं।
भाजपा नेतृत्व ने भी अपने 21 विधायकों, एनपीपी अध्यक्ष और पार्टी के चार विधायकों, एक कांग्रेसी विधायक तथा लोजपा तथा तणमूल कांग्रेस के एक-एक विधायक के साथ राज्यपाल से मुलाकात की। भाजपा का दावा है कि उसे 60 सदस्यों वाली विधानसभा में 32 विधायकों का समर्थन हासिल है।