नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने मध्य प्रदेश राज्य में निम्नलिखित राष्ट्रीय राजमार्ग अनुभाग के विकास के लिए पत्र (एलओए) जारी किया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या | खंड | कुल लंबाई | कुल पूंजी लागत | ठेकेदार का नाम
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राष्ट्रीय राजमार्ग-12 | हिरन नदी से सिंदूर नदी के 26 किमी से 130 किमी तक | 64 किमी | 866.39 करोड़ रुपये, | एम/ एस कृष्णा कंस्ट्रक्शंस-ग्वार कंस्ट्रक्शंस लिमिटेड(JV)
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इस परियोजना को 24 महीने की अवधि में ईपीसी (EPC) आधार पर पूरा किया जाएगा। परियोजना में राष्ट्रीय राजमार्ग का का दो लेन से चार लेन में उन्न्यन और मजबूत फुटपाथ( सीमेंट-कंक्रीट रोड) शामिल है। इसके अलावा 4 बड़े पुल, 20 छोटे पुल, छोटे छोटे जंक्शन पर 9 अंडरपास और यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए 29 जंक्शन बनाए जाएंगे।
इस परियोजना में सड़क का 13 किमी हिस्सा वन अभ्यारण्य से होकर गुजरता है, जिसमें वाइल्डलाइफ फॉरेस्ट की 39.750 हेक्टेअर क्षेत्र को मोड़ने(डायवर्ट) की जरूरत पड़ेगी। ये सड़क आरक्षित और संरक्षित वन से भी करीब 2 किमी तक गुजर रही है जिसके लिए 11.081 हेक्टेअर जंगल की जमीन मोड़ने(डायवर्जन) के लिए जरूरी है। वन्यजीवों के स्वतंत्र और बाधारहित आवागमन के लिए कुछ विशेष उपाय किए गए हैं,अर्थात बड़े बड़े पुलों की दोनों तरफ 5 मीटर स्पैन में 25 जगहों पर 5X 3.5 मीटर का ढांचा बनाया जाएगा।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद राजमार्ग के इस हिस्से में यात्रा न केवल सुरक्षित होगी,बल्कि ईंधन, समय की बचत और वाहनों के रखरखाव की कीमत कमी आएगी।
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