जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सुरक्षा जवानों को नसीहत दी है. मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि सुरक्षाबल के जवानों को आतंकियों से निपटने के लिए कानूनी तरीके का सहारा लेना चाहिए.
उन्होंने कहा कि- आतंकी हमारे लोगों को मार देते हैं, पुलिस जवानों को शहीद कर देते हैं और घरों को जलाते हैं. लेकिन सुरक्षाबलों के जवानों को ऐसा नहीं करना चाहिए. हम कानून के रखवाले हैं.
Magar hamare security force ho ya police ho, humein aisa nahi karna chahiye. Hum kanoon ke manne wale rakhwale hain: J&K CM Mehbooba Mufti pic.twitter.com/bMJu6B90Fr
— ANI (@ANI) October 25, 2017
Isliye mujhe aisi shikayat nahi milni chahiye ki militants ne tod phod kiya isliye humne bhi aisa kiya: J&K CM Mehbooba Mufti
— ANI (@ANI) October 25, 2017
गोलीबारी के कारण घुसपैठ में कमी आई
वहीं दूसरी ओर इससे पहले बुधवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी एक बयान दिया था. उन्होंने एलओसी पर गोलीबारी में हुई बढ़ोतरी के बारे में पूछे जाने पर कहा था कि इससे घुसपैठ में कमी आई है.
बिपिन रावत, सेना प्रमुखइसके (नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी) कारण घुसपैठ में कमी आई है. हमने सीमा पर कई आतंकवादियों को मार गिराया है.
साथ ही उन्होंने कहा कि जम्मू -कश्मीर पर बातचीत के लिए वार्ताकार की नियुक्ति से इस संकट से जूझते राज्य में सेना के अभियान पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
केंद्र सरकार ने सोमवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के पूर्व डायरेक्टर दिनेश्वर शर्मा को कश्मीर पर बातचीत के लिए वार्ताकार नियुक्त किया.
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द क्विंट