नई दिल्ली: महिलाओं और बच्चों के बीच स्वच्छ भारत अभियान के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से महिला और बाल विकास मंत्रालय 01 मार्च, 2017 से 15 मार्च, 2017 तक स्वच्छता पखवाड़ा मना रहा है। सार्वभौमिक साफ-सफाई, स्वच्छता और 2019 तक ‘खुले में शौच मुक्त’ भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
राष्ट्रव्यापी गतिविधियों के एक भाग के रूप में, मंत्रालय ने सभी राज्यों को देशभर में फैले आंगनवाड़ी केंद्रों (एडब्ल्यूसी) के नेटवर्क के माध्यम से स्वच्छता पखवाड़ा मनाने के लिए पत्र लिखा है। राज्यों को कहा गया है कि वे आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से निम्नलिखित गतिविधियो का आयोजन करें :
- स्थानीय समुदाय की मदद से आंगनवाड़ी केंद्रों का रंग-रोगन;
- बिना लागत के स्थानीय लोगों की मदद से दीवारों पर तस्वीरों और स्थानीय लोगो बनाना;
iii. आंगनवाड़ी केंद्रों के आसपास की सफाई;
- पुराने पड़ चुके रिकार्ड्स को हटाना;
- दिव्यांगों के लिए बनाए गए शौचालयों का निरीक्षण करना;
- निर्माणाधीन शौचालयों का निरीक्षण करना;
vii. स्वच्छता के कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत निजी क्षेत्र का सहयोग;
viii. स्केच प्रतियोगिता, आदि
- नदियों के तट पर स्थित आंगनवाड़ी केंद्रों के आसपास स्वच्छता अभियान का आयोजन;
- 8 मार्च, 2017 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाना;
इन दिवसों के दौरान मंत्रालय और संबंधित संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारी देश भर का दौरा करेंगे और स्वच्छता शपथ, नारा लेखन और पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक और स्वच्छ भारत अभियान पर बनाई गई फिल्म की स्क्रीनिंग, स्वास्थ्य पर आयोजित सत्र, बच्चों के लिए साफ-सफाई और स्वच्छता का महत्व, कचरा प्रबंधन पर आयोजित किए गए कार्यक्रमों का मुआयना करेंगे। दिल्ली में महिला और बाल विकास मंत्रालय और इससे संबंधित सीएआरए, सीएसडब्ल्यूबी, एनसीपीसीआर, एनसीडब्ल्यू और आरएमके जैसी संस्थाओं में भी साफ-सफाई और स्वच्छ भारत पर प्रतिज्ञा जैसी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
स्वच्छ भारत की थीम पर बालिकाओं के लिए आयोजित कार्यक्रमों के साथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं जिलों में प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसकी निगरानी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं के संयुक्त सचिव द्वारा की जाएगी। बालिकाओं के लिए स्वास्थ्य और स्वच्छता की जरूरतों को प्रमुखता से दिखाया जाएगा। स्वच्छ तरीके से खाना पकाने के सही तौर-तरीकों के माध्यम से पौष्टिक व्यंजनों को तैयार करने के बारे में बताया जाएगा। बालिकाओं की सहभागिता के साथ वृक्षारोपण अभियान का भी आयोजन किया जाएगा।
अपने संदेश में, महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा, “स्वच्छ भारत को सुनिश्चित करने में महिलाओं की निर्णायक भूमिका है। बच्चों में उनके प्रारंभिक वर्षों से ही साफ-सफाई की आदत विकसित करनी चाहिए। इससे स्वच्छ शरीर में एक स्वच्छ मस्तिष्क का निर्माण होने में मदद मिलेगी। स्वच्छता पखवाडा का आयोजन कर हम पूरे देश में महिलाओं और बच्चों, दोनों को शिक्षित कर सफाई के महत्व को समझाना चाहते हैं और स्वच्छता के वातावरण को आजीवन बनाए रखने का दृष्टिकोण विकसित करना चाहते हैं।”
वरिष्ठ अधिकारी बाल गृह संस्थाओं, क्रेच का दौरा करेंगे और खिलौनो की सफाई, स्वास्थ्य और स्वच्छता, खानपान की आदतों और सुरक्षा के बारे में सत्रों का आयोजन करेंगे। स्वच्छता का निरीक्षण करने के लिए एकल सुविधा केंद्रों, सुधार गृहों और उज्ज्वला होम्स का भी दौरा किया जाएगा तथा स्वच्छता के बारे में कौशल शिक्षा और फिल्मों की स्क्रीनिंग, नारा लेखन तथा स्वच्छ भारत पर प्रतिज्ञा का आयोजन किया जाएगा।
अधिकारीगण पूरे देश के हर कोने का दौरा करेंगे। हरियाणा, झारखंड, सिक्किम, त्रिपुरा, उड़ीशा, राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल के साथ-साथ नई दिल्ली में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। वे माईजीओवी स्वच्छता समीक्षा पोर्टल http://sbm.gov.in/SwachhSamiksha/index.aspx पर नियमित रूप से अपडेट और फोटोग्राफ पोस्ट करते रहेंगे।