नई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा 9 से 14 अक्टूबर, 2017 तक ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ (बीबीबीपी)’ सप्ताह मनाया जाएगा। इस सप्ताह का आयोजन 11 अक्टूबर, 2017 को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के प्रतीक के रूप में किया जा रहा है। कार्यक्रम का विषय “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सप्ताह – नए भारत की बेटियां” होगा।
आज नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि लड़कियों के सशक्तीकरण को बढ़ावा देने और लैंगिक समानता को सुदृढ़ करने के लिए हर साल अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि यह मंत्रालय लड़कियों के मुद्दें उठाने, चिंताओं और चुनौतियों का सामना करने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है। लड़कियों और महिलाओं के पक्ष में राष्ट्रीय और मुख्यधारा के संवाद और बीबीबीपी को लोगों में को लोकप्रिय बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बीबीबीपी सप्ताह मना रहा है। यह सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है।
बीबीबीपी योजना (बालिका होने की खुशी मनाने, उसे शिक्षित करने) का माननीय प्रधान मंत्री द्वारा 22 जनवरी, 2015 को पानीपत, हरियाणा में शुभारंभ किया गया था। इसका उद्देश्य घटते बालिका अनुपात (सीएसआर) और जीवन चक्र के दौरान महिलाओं के सीमित अधिकारों के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करना है। यह योजना देश के 161 जिलों में कार्यान्वित की जा रही है और 2.5 वर्ष पूरे कर चुकी है। इस अवधि के दौरान, राज्य/ केंद्र शासित प्रदेशों / जिलों द्वारा बालिका लिंगानुपात घटने और लड़की के महत्व को बढ़ावा देने संबंधी मुद्दों पर कई पहल की गई हैं।
राष्ट्रीय, राज्य और जिले स्तर पर किए गए सामूहिक और समन्वित प्रयास महत्वपूर्ण सुधार लाने में सफल रहे हैं। एचआईएमएस आंकड़ों के मुताबिक बीबीबीपी के 161 जिलों में, 2015-16 के मुकाबले वर्ष 2016-17 में 104 बीबीपीपी जिलों में कन्या शिशु जन्म अनुपात में वृद्धि की प्रवृत्ति देखी गई है। इसी तरह, 119 जिलों में 2015-16 की तुलना में 2016-17 के दौरान पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण में प्रगति दर्ज की गई है।
इस पृष्ठभूमि में, बीबीबीपी जिलों से 9 से 14 अक्टूबर, 2017 तक मनाए जाने वाले सप्ताह में गतिविधियों को एक अभियान के रूप में आयोजित करने का अनुरोध किया गया है ताकि अपने संबंधित जिलों में समुदायों में जागरूकता और संवेदनशीलता पैदा की जा सके। इस एक सप्ताह के आयोजन में अनेक विभिन्न जागरूकता निर्माण गतिविधियां और सामुदायिक भागीदारी कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। जैसे शपथ समारोह, प्रभात फेरियां, रैलियां, नुक्कड़ नाटक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (एडब्ल्यूडब्ल्यू) और आशा द्वारा संयुक्त रुप से अभियान को घर-घर पहुंचाना, छात्रों में पोस्टर /स्लोगन-राइटिंग /चित्रकला /पेंटिंग प्रतियोगिताएं, लड़की के नाम पर वृक्षारोपण, जन्म प्रमाणपत्रों का वितरण, सुकन्या समृद्धी खाता खोलना, लड़कियों के स्वास्थ्य और पोषण, कानूनी अधिकारों और अधिनियमों पर संवेदीकरण/ अनुकूलन / काउंसिलिंग सत्र और संवाद-शो आयोजित करना।
इस अवसर पर 11 अक्टूबर, 2017 को राष्ट्रीय स्तर की एक पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी, जो संयोग से इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम – “गर्ल्स प्रोग्रेस = गोल्स प्रोग्रेस (लड़कियों की प्रगति = लक्ष्य प्रगति) : अर्थात लड़कियों के लिए क्या महत्वपूर्ण है” के अनुकूल होगी। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी पैनल चर्चा में दर्शकों को संबोधित करेंगी। इसमें भारत की कुछ प्रमुख आदर्श महिला खिलाड़ी और स्थानीय बीबीबीपी चैंपियंस भाग लेंगी। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार 9 अक्टूबर, 2017 को नई दिल्ली में बीबीबीपी सप्ताह आयोजन का शुभारंभ करेंगे।
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