इलाहाबाद: एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा आयोजित गु्रप श्सीश् व श्डीश् की परीक्षा में अनुचित साधनो का प्रयोग कर परीक्षार्थियों से अवैध धन वसूल कर परीक्षा उत्तीर्ण कराने वाले गिरोह के सरगना सहित 04सदस्यों को गिरफ्तार करने मेें उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः-
- मनीष मिश्रा पुत्र दया शंकर मिश्रा नि0 औंता थाना मेजा जनपद इलाहाबाद (गिरोह सरगना)
- सुनील कुमार उपाध्याय पुत्र स्व0 श्याम नारायण उपाध्याय नि0 महुआरपुर सुरियांवा भदोही।
- कृष्ण कान्त दुबे पुत्र अरविन्द कुमार दुबे नि0 उमर हाथाना औराई जनपद भदोही।
- राजकुमार यादव पुत्र स्व0 उमाशंकर यादव नि0 तिवारीपुर कछवा जनपद मिर्जापुर।
बरामदगीः-
- 54 अदद इलेक्ट्रानिक गैजेट/डिवाइस (03 प्रकार के)
- 45 अदद ब्लूटूथ डिवाइस
- 30 अदद डिवाइस स्टीकर (03 प्रकार के मास्टर कार्ड, अल्टो व सिटीप्लेटिनम एमिरेट्स)
- 11 अदद मोबाइल फोन
- 10 अदद नये सिमकार्ड
- 18 अदद विभिन्न बैंकों के हस्ताक्षरित चेक 50 हजार रूपये लेकर 02लाख रूपये तक
- 04 अदद आधार कार्ड
- 07 अदद हाईस्कूल व इन्टरमीडिएट के मूल अंक पत्र
- 18 अदद उ0प्र0 शिक्षक पात्रता परीक्षा-2017 के प्रवेश पत्र
- 19 अदद ओ0एम0आर0 शीट उ0प्र0 पात्रता परीक्षा-2017 के अभ्यर्थियों की प्रति
- 22 अदद मा0 उच्चन्यायालय इलाहाबाद की परीक्षा दि0 12-11-2017 के प्रवेश पत्र
- 02 अदद मोटरसाइकिल13-रू0 2,38,000/-नगद
विगत काफी दिनो से एस0टी0एफ0, उ0प्र0, लखनऊ को इलाहाबाद व उसके आसपास के जनपदों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में आॅनलाइन धोखाधड़ी कर के नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से अवैध वसूली करने वाले हाइटेक रैकटों के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में श्री अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 द्वारा श्री प्रवीन सिंह चैहान, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई इलाहाबाद को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन में उनके द्वारा टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।
इसी क्रम में दिनाॅंक 10-11-2017 को जब निरीक्षक अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एस0टी0एफ0 टीम द्वारा जनपद-इलाहाबाद में अभिसूचना संकलन किया जा रहा था तो इसी दौरान मुखविर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि कुछ लोग मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद की ग्रुप श्सीश् व श्डीश् की दिनाॅंक 12-11-2017 को आयोजित होने वाली परीक्षा में अनुचित साधनों व इलेक्ट्रानिक डिवाइस की सहायता से प्रश्न-पत्र हलकराने के उद्््देश्य से मेरीलूकस स्कूल के सामने खाली पड़े मैंदान में एकत्रित होने वाले हैं तथा इसकी एवज में परीक्षार्थियों से पैसे का लेन-देन भी कर रहे हैं। इस सूचना को विकसित करते हुए स्थानीय पुलिस को सहयोग हेतु साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताये स्थान पर पहुॅच कर अपनी उपस्थिति छिपाते हुए घेराबन्दी की गयीे।कुछ देर बाद मुखविर द्वारा बताये गये हु लिए के अनुसार कचहरी की ओर से दो मोटर साइकिलों पर सवार चार व्यक्ति आकर मेरीलूकस स्कूल के मैंदान में रूक कर आपस में बातचीत करने लगे। तस्दीक होने पर टीम द्वारा आवश्यक बल प्रयोग करते हुए उपरोक्त चारों अभियुक्तों को गिरफ््तार कर लिया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि उन लोगों ने मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद की गु्रप सी व डी की दिनांक 12-11-2017 को आयोजित होने वाली परीक्षा में अभ्यर्थियों से 2 लाख से लेकर तीन लाख रूपये तक तय कर के अनुचित साधनों से परीक्षा उत्तीर्ण कराने की योजना बनायी गयी थी। योजना के अनुसार प्रश्न-पत्र को परीक्षा प्रारम्भ होने से पहले ही प्राप्त कर अपने अभ्यर्थियों को मास्टर कार्ड या स्टीकर व सिम लगी इलेक्ट्रानिक डिवाइस तथा कान में फिट होने वाली ब्लूटूथ डिवाइस देकर परीक्षा में बठायेंगे। इलेैक्ट्रानिक डिवाइस मोबाइल फोन की तरह कार्य करेगी, जिसे अभ्यर्थी अपनी पैन्ट में छिपाकर रखेगें। इसके माध्यम से प्रश्न-पत्र प्राप्त कर के वे लोग उसके उत्तर स्वयम् एवं साल्वरों के माध्यम से पहले ही तैयार कर मोबाइल फोन से अपने अभ्यर्थियों को डिवाइस व ब्लूटूथ के माध्यम से बताते जायेगें। इसी उद्देश्य से उन लोगों ने फर्जी आईडी तैयार कर के सिमकार्ड प्राप्त किये है। उन लोगों की यह भी योजना थी कि यदि किसी कारण वश वे अपनी योजना में असफल भी हो जायेगें तो अभ्यर्थियों से प्राप्त की गयी धन राशि उन्हें वापस नही करेगें।
इसके अतिरिक्त मास्टर माइण्ड अभियुक्त मनीष मिश्रा ने बताया कि वह पिछले 8-10 वर्षाे से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराकर पास कराने का अवैध धन्धा कर रहा है। उसके साथ इस कार्य में कई लोग जुडे़ हुए हैं, जिनका कार्य बंटा हुआ है। उसने भदोही निवासी गणेश मौर्या के सम्पर्क में आकर डिवाइस के माध्यम से नकल कराने का कार्य प्रारम्भ किया था। दिनाॅंक 12-11-2017 को मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद की परीक्षा में नकल कराने के उद्देश्य से दिल्ली से इलेक्ट्रानिक डिवाइस, डिवाइस स्टीकर एवं ब्लूटूथ डिवाइस मंगाये गये थे। इसमें उसका सहयोग कृष्ण कान्त दुबे व सुनील कुमार उपाध्याय कर रहे थे। राजकुमार यादव कुछ डिवाइस गणेश मौर्या को देते, जिनके माध्यम से वाराणसी के भी कुछ परीक्षा केन्द्रों पर नकल कराने की योजना थी। परीक्षा से एक दिन पहले दिनाॅंक 11-11-2017 को सभी अभ्यर्थियों को इलाहाबाद बुलाया गया था। इलाहाबाद आने पर सभी को इलेक्ट्रानिक डिवाइस उपलब्ध करायी जाती तथा वह स्वयम् शान्तिपुरम स्थित अपने नवनिर्मित मकान में साल्वर अमित मिश्रा, आशुतोष, सरदार, रवि, आदर्श नायर के माध्यम से प्रश्न-पत्र हल कराता। डिवाइस के प्रयोग करने के सम्बन्ध में पूछे जाने पर बताया कि सभी अभ्यर्थियों को नया सिम लाने को कहा गया था ताकि उसे टेªस न किया जा सके। सिम की व्यवस्था अमित मिश्रा ने की है, जिसमें से कुछ सिम उसके पास हैं और कुछ सुनील उपाध्याय के एवं कुछ सिम अमित मिश्रा के पास हैं। उसके, सुनील उपाध्याय, कृष्ण कान्त दुबे व राजकुमार के Whatsapp पर कई अभ्यर्थियों के हाईकोर्ट की परीक्षा सम्बन्धित प्रवेश पत्र मौजूद हैं और कुछ लोगों के प्रवेश पत्र, डाकूमेन्ट व पैसा दिनाॅंक 11-11-2017 को आना है। इसके अतिरिक्त यह भी बताया कि उ0प्र0 शिक्षक पात्रता परीक्षा-2017 (TET) की परीक्षा पास कराने के लिए एक से डेढ़ लाख रूपये में कुछ अभ्यर्थियों से बातचीत चल रही थी। सभी अभ्यर्थियों से उनके OMR शीट की कार्बन कापी प्राप्त अमित मिश्रा के माध्यम से उसमें हेराफेरी कर नम्बर बढ़ाने की योजना भी थी।
गिरफ्तार अभियुक्तगण को थाना कर्नलगंज इलाहाबाद में दाखिल कर मु0अ0सं0-1006/2017 धारा419/420/467/468/471 भा0द0वि0 पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।