नई दिल्लीः राज्य सरकारों के साथ भागीदारी करते हुए ग्राम विकास विभाग ने भौतिक ढांचा, मानव विकास और आर्थिक गतिविधियों जैसे मानदंड के आधार पर 50000 ग्राम पंचायतों को रैंकिंग प्रदान करने का कार्य पूरा कर लिया है। विस्तृत रैंकिंग missionantyodaya.nic.in. पर देखी जा सकती है। इन 50 हज़ार ग्राम पंचायतों का चुनाव करीब 5000 समूहों की बस्तियों में से किया गया है। इन क्लस्टरों की क्षमता का पूर्ण दोहन करने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्रों, एमएसएमई कलस्टरों, अन्य कौशल विकास संस्थानों को शामिल किया जायेगा।
इन पंचायतों का चयन राज्य सरकारों द्वारा सामाजिक पूंजी को ध्यान में रखकर किया गया है। इन पंचायतों में मजबूत महिला स्वयं सहायता समूह गठित किए गए हैं और वहां पंचयात नेतृत्व भी अत्यन्त सुदृढ़ है।
सभी सरकारी कार्यक्रमों में मंत्रालयों और विभागों के बीच समाभिरूपता के जरिए आजीविका में विविधता लाने और परिवारों की गरीबी दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सामाजिक आर्थिक गणना ने परिवारों एवं ग्राम पंचायतों के बारे में बेसलाइन प्रदान की और 100 अंकों के आधार पर 1 से 15 अक्टूबर 2017 की अवधि में ग्राम पंचायतों की रैंकिंग की गई।