नई दिल्लीः ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन से मुकाबला करने के लिए, विश्व नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उपयोग की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन इस बात की भी चिन्ता है कि नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के अत्यधिक उपयोग से वर्तमान के ऊर्जा नेटवर्क में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है, क्योंकि इनकी प्रकृति एक दूसरे से जुड़ी होती है। ग्रिडों के डिजाइन, एकीकरण, संचालन और प्रबन्धन की चुनौती हमारे समक्ष है। इस चुनौती से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित निदानों की आवश्यकता है।
स्मार्ट ग्रिडों पर ‘मिशन इनोवेशन’ सामूहिक रूप से भविष्य के लिए स्मार्ट ग्रिडों के विकास पर कार्य कर रहा है। इस आकांक्षा को पूरा करने के लिए 20 देश एक साथ मिलकर काम कर रहे है। इसका नेतृत्व भारत, इटली और चीन संयुक्त रूप से कर रहे है। शोध की प्राथमिकताओं को तय करने तथा समयबद्ध तरीके कार्य योजना विकसित करने के उद्देश्य से एक अन्तर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन 16 से 19 नवम्बर, 2017 तक नई दिल्ली में किया गया है।
इस कार्यशाला के तकनीकी बैठक का उद्घाटन 16 नवम्बर, 2017 को डीएसटी के सचिव द्वारा किया गया। इस अवसर पर आईआईटी दिल्ली और आईआईटी रूड़की के निदेशकों सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। भाग लेने वाले देश स्मार्ट ग्रिडों की अद्यतन स्थिति प्रस्तुत करेंगे। भाग लेने वाले देश हैं- ऑस्ट्रेलिया, चीन, डेनमार्क, यूरोपीय संघ, फिनलैंड, भारत, इटली, सऊदी अरब, स्वीडन, संयुक्त राज्य अमेरिका, और ब्रिटेन। इस परिप्रेक्ष्य में प्रतिभागी देश क्षेत्रीय ग्रिडों, वितरण ग्रिडों, सूक्ष्म ग्रिडों और इनके परस्पर इनोवेशन के संदर्भ में शोध की आवश्यकताओं एवं आपसी सहयोग की क्षमताओं पर परिचर्चा करेंगे। निजी क्षेत्र को सहभागी बनाने और अच्छा प्रदर्शन कर रहे शोध गतिविधियों को प्रोत्साहन देने पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। सहभागी देश भविष्य की कार्ययोजना तय करंगे और मिशन इनोवेशन के तकनीकी पहलुओं को अन्तिम रूप देंगे। उद्योग विशेषज्ञों के साथ एक पैनल परिचर्चा भी प्रस्तावित है।
18 नवम्बर, 2017 में कार्यक्रम के सार्वजनिक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा जिसमें बौद्धिक सत्रों के परिणामों पर विमर्श किया जाएगा। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री श्री वाई. एस. चौधरी और ऊर्जा मंत्री श्री आर. के. सिंह एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। इस प्रदर्शनी में इस क्षेत्र की औद्योगिक उपलब्धियों और शोध करने वाले समूहों को प्रमुखता दी जाएगी। इस अवसर पर दोनों मंत्री अपने विचार रखेंगे। नेतृत्व करने वाले देशों के प्रतिनिधि तथा आईआईटी (दिल्ली, कानपुर और रुड़की) के निदेशक भी कार्यशाला को संबोधित करेंगे।
इस अवसर पर “मिशन इनोवेशन स्मार्ट ग्रिड” की गतिविधियों, रणनीतियों और विजन पर आधारित एक रिपोर्ट भी जारी की जाएगी। संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन के साथ भारत के सहयोगी कार्यक्रमों को भी औपचारिक रूप से लॉन्च किया जाएगा। यह फोरम इस दिशा में प्रारम्भिक कदम के रूप में, आरएससी इटली और आईआईटी-रुड़की के बीच सहयोग समझौते को नई दिल्ली घोषणा पत्र के रूप में स्वीकार करेगा।