वाराणसी: रोजगार संकट से जूझ रहे मीट कारोबारियों ने चेतावनी दी है कि यदि रमजान से पहले प्रदेश सरकार ने बंद किए गए स्लाटर हाउस नहीं शुरू कराए तो वे कानून तोड़ देंगे।
ऑल इंडिया कुरैशी विकास मंच और भाकपा माले ने ओर से वाराणसी में आयोजित विशाल प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि स्लाटर हाउस बंद हो जाने से प्रदेश के 25 लाख लोगों के समक्ष रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है।
इन परिवारों में भुखमरी की स्थिति चल रही है। उन्होंने सीएम योगी को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपकर मांग की कि कोर्ट के आदेशों की अवमानना न करते हुए प्रदेश सरकार स्लाटर हाउस के नवीनीकरण का आदेश जारी कर दे। हाईकोर्ट ने भी निर्देश दिया है कि मांसाहार को रोका नहीं जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मटन और मुर्गा व्यवसाय भी एनजीटी के मानकों के अनुरुप नहीं है लेकिन उसे चलने दिया जा रहा है। इसी तरह से भैंस के मीट के कारोबार को चलने की अनुमति दी जाए। साथ स्लाटरिंग की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
मीट कारोबारियों ने कहा कि रोजगार उनका संवैधानिक अधिकार है । इस बंदी के कारण लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने मांग की कि छोटे दुकानदारों को बड़े व्यवसायियों की तरह सब्सिडी दी जाए। इस प्रदर्शन में पूर्वांचल के लगभग सभी जिलों के मीट कारोबारियों ने हिस्सा लिया।