चंडीगढ़: पंजाब में नशे का कारोबार किसी से छिपा नहीं है और नशे के कारण पंजाब की पूर्ववर्ती अकाली-भाजपा सरकार को जवाब देना भारी पड़ गया था। इस मुद्दे पर जमकर राजनीति भी हुई थी। लेकिन शहीदी दीवस के मौके पर पंजाब सरकार ने ड्रग्स के खिलाफ अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने युवाओं को सशक्त करने और लोगों से ड्रग्स के खतरे से निपटने के लिए सरकार का सहयोग करने का आह्वान करते हुए भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर को युवा सशक्तीकरण को समर्पित करते हुए उन्होंने एक नए अभियान डीएपीओ (ड्रग एब्यूज प्रीवेंशन ऑफिसर) की शुरुआत की, जो मौजूदा ड्रग्स के विरुद्ध चल रहे अभियान में सरकारी कर्मचारियों और पंजाब के नागरिकों के साथ मिलकर काम करेगा।
अमरिंदर सिह ने भगत सिंह के जन्मस्थल खटकार कलां में एक राज्यस्तरीय कार्यक्रम को संबोधित किया और डीएपीओ व इसके वालंटियर को शपथ दिलाई। कैबिनेट मंत्रियों ने भी उसी समय विभिन्न जिला मुख्यालयों में भी डीएपीओ को शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री ने बाद में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि डीएपीओ कार्यक्रम के अंतर्गत समर्पित वालंटियर अपने क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन, पुलिस और एसटीएफ (विशेष कार्य बल) के साथ मिलकर कार्य करेंगे।
उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि डीएपीओ की वेबसाइट पर लगभग 4.25 लाख डीएपीओ वालंटियर अभियान के साथ खुद को पंजीकृत कर चुके हैं और इस तरह के और आवेदन आने की संभावना है।
–आईएएनएस