देहरादून: प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड में रेलवे के अवस्थापना विकास को लेकर बड़ा कदम उठाया है। उन्हांेने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में रेलवे के विकास के सम्बन्ध में सार्थक एवं महत्वपूर्ण प्रयास करें। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर प्रदेश के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने विधान सभा स्थित अपने कक्ष में उत्तराखण्ड राज्य में रेलवे के अवस्थापना विकास को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में चर्चा के दौरान उत्तराखण्ड में रेलवे विकास हेतु रेलवे मंत्रालय और उत्तराखण्ड सरकार के बीच ज्वांइट वेंचर कम्पनी का गठन कर रेलवे के विकास में तेजी लाने के लिए प्रयास करने का निर्णय लिया गया है। इस ज्वाइंट वेंचर कम्पनी व्यवस्था के अन्तर्गत 51 प्रतिशत हिस्सा उत्तराखण्ड राज्य का और 49 प्रतिशत हिस्सा रेल मंत्रालय का होगा। इसके लिए उत्तराखण्ड सरकार व रेलवे मंत्रालय के मध्य करार किया जायेगा।
उत्तराखण्ड में रेलवे के विकास हेतु देहरादून रेलवे स्टेशन का भार कम करने के लिए हर्रावाला को विकसित किया जायेगा तथा हरिद्वार रेलवे स्टेशन का भार कम करने के लिए ज्वालापुर रेलवे का विकास किया जायेगा। इसके अतिरिक्त देहरादून-उत्तरकाशी मार्ग, रूद्रपुर-सिडकुल-सितारगंज मार्ग पर सर्वे किया जायेगा। खटीमा पीलीभीत लाइन के अतिरिक्त कर्णप्रयाग, टनकपुर, बागेश्वर रेलवे लाइन के अतिरिक्त हल्द्वानी, काठगोदाम, काशीपुर, बाजपुर, रामनगर, लालकुआॅ, तथा इस परियोजना से विभिन्न क्षेत्रों में प्रोजैक्ट मोड़ में कार्य किया जायेगा। इस प्रस्ताव में मौजूद रेलवे लाइन के दोहरीकरण(डबल लाईन) पर भी कार्य होगा। इसके अतिरिक्त आर0ओ0बी0 एवं आर0यू0बी0 का निर्माण कर परिवहन को गति दी जायेगी। इस परियोजना से उत्तराखण्ड के आर्थिक क्षेत्र में चैहमुखी विकास सम्भव होगा।