लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को थाना व तहसील स्तर पर जनशिकायतों के प्रभावी निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि निचले स्तर तक अपराधमुक्त एवं भ्रष्टाचारमुक्त व्यवस्था बनाई जाए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और एस0एस0पी0/एस0पी0 हर हाल में इस व्यवस्था को सुनिश्चित कराएं। तहसील व थाने स्तर पर भ्रष्टाचारियों और संदिग्ध कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कर्मचारियों, अधिकारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर एवं जनशिकायतों के निस्तारण में कोताही बरते जाने पर जिलाधिकारी और एस0एस0पी0/एस0पी0 की जवाबदेही तय होगी।
मुख्यमंत्री जी ने पुलिस अधिकारियों को अपराधियों के विरुद्ध सघन अभियान चलाने के निर्देश देते हुए कहा कि कानून का राज राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने त्योहारों और नगर निकाय चुनावों के दृष्टिगत हर स्तर पर सुरक्षा प्रबन्ध चाक-चैबन्द रखने तथा असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगाह रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पर्वों और त्योहारों को शान्ति के साथ मनाए जाने की परम्परा में किसी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए। लक्ष्मी, गणेश की मूर्तियों की स्थापना और उनके विसर्जन के सम्बन्ध में भी सुरक्षा प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर कानून व्यवस्था तथा दीपावली व छठ पर्वों की तैयारियों के सम्बन्ध में आयोजित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने दीपावली व छठ पर्वों तथा आगामी नगर निकाय चुनावों के मद्देनजर सतर्कता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इनसे सम्बन्धित तैयारियां समय रहते सुनिश्चित कर ली जाएं। नगर निकाय चुनावों को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए अभी से प्रभावी कार्यवाही अपेक्षित है। संवेदनशील मतदेय स्थलों को चिन्हित कर यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में निर्वाचन के दौरान कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान चोरी, लूटपाट, महिलाओं से छेड़छाड़, चेन स्नेचिंग की घटनाएं रोकने के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। विशेष तौर पर बाजारों व सर्राफा बाजारों आदि में सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम हों।
योगी जी ने प्रदेश को अपराधमुक्त व भ्रष्टाचारमुक्त बनाए जाने पर जोर देते हुए कहा है कि पुलिस अपनी कार्य प्रणाली और व्यवहार में परिवर्तन लाए, जिससे अपराधियों में खौफ पैदा हो और आम जनता के बीच उसकी छवि बेहतर हो। उन्होंने कहा कि थाना सहित प्रत्येक स्तर पर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस बिना किसी दबाव और हस्तक्षेप के स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि जनपदों में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिलाधिकारियों से परामर्श कर मेरिट के आधार पर थानाध्यक्षों की तैनाती सुनिश्चित कराकर स्थानीय स्तर पर बेहतर शान्ति व्यवस्था बनाना सुनिश्चित कराएं।
प्रदेश की कानून व्यवस्था को और चुस्त-दुरुस्त बनाए जाने के लिए बीट सिपाही से लेकर ऊपर तक के सभी पुलिस अधिकारियों को जवाबदेही व जिम्मेदारी तय करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कानून व्यवस्था से सम्बन्धित घटनाओं में जिन पुलिस कार्मिकों की लापरवाही सिद्ध हो, उनके विरुद्ध तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने अभिसूचना तंत्र को सुदृढ़ किए जाने, अवैध घुसपैठियों और नक्सलियों, अवैध खनन, पशु तस्करी, अवैध बूचड़खानों, संगठित अपराधों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
योगी जी ने कहा कि ए0टी0एस0 और एस0टी0एफ0 की अलग-अलग टीमें बनाकर यह कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। थानेवार संदिग्ध व्यक्तियों की सूची बनाकर उनकी कार्यशैली पर निरन्तर निगरानी सुनिश्चित कराई जाए। अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई हो और कानून व्यवस्था के साथ किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए। उन्होंने अक्षम और कार्य में शिथिलता बरतने वाले पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को चिन्ह्ति कर उनके विरुद्ध कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्याप्त और प्रभावी पुलिस तथा पैदल गश्त से कानून व्यवस्था सम्बन्धी अधिकांश घटनाओं को रोका जा सकता है। उन्होंने सघन और लगातार पेट्रोलिंग पर बल देते हुए कहा कि सड़कों के किनारे अस्थायी रूप से झोपड़ी बनाकर रहने वालों का थाना स्तर पर सत्यापन करना चाहिए। पुलिस वेरीफिकेशन व्यवस्था को थाने स्तर पर सुदृढ़ बनाया जाए। इस व्यवस्था से अपराध और जघन्य घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी। पुलिस आम जनता, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक व व्यापारिक संगठनों से सीधा संवाद स्थापित करे और छोटी से छोटी घटना का संज्ञान लेते हुए उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि अक्सर छोटी-छोटी घटनाएं बड़े खतरे का कारण बन जाती हैं।
योगी जी ने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर सख्ती से कार्रवाई करते हुए इनको रोके जाने की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एण्टी रोमियो स्क्वाॅयड को सशक्त कर महिलाओं की छेड़छाड़ और उनके प्रति दुव्र्यवहार की घटनाएं रोकी जाएं। उन्होंने शैक्षणिक संस्थाओं एवं विश्वविद्यालयों में हाल में घटी कुछ घटनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक केन्द्रों में अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। असामाजिक तत्वों को चिन्ह्ति कर कार्रवाई की जाए। विश्वविद्यालय/काॅलेज प्रशासन तथा विद्यार्थियों के बीच समुचित संवाद स्थापित कराया जाए तथा काॅलेज कैम्पस में छेड़छाड़ की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाते हुए शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही अमल में लायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आम नागरिकों को बेहतर यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जनपदवार ट्रैफिक प्लान बनाकर ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिलाने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित की जाएं। यातायात की समस्या के सन्दर्भ में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आम जनता को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाने के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि चेकिंग के दौरान जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। यूपी-100 की कार्यप्रणाली में कुछ सुधार आने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि इसको और बेहतर बनाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जनपदों को उपलब्ध कराए गए साफ्टवेयर जैसे-डैशबोर्ड, पेट्रोलिंग मैनेजमेण्ट, पुलिस थाना एप्लीकेशन, मोबाइल एप्लीकेशन का थाने स्तर तक प्रभावी इस्तेमाल किया जाए। योगी जी ने दीपावली पर्व के मद्देनजर पटाखों से होने वाली जन-धन की हानि के प्रति जागरूकता की जरूरत बताते हुए कहा कि बस्तियों के बीच में पटाखों गोदाम या बिक्री की व्यवस्था न होने दी जाए। पटाखों की बिक्री सुरक्षित व खुले स्थानों पर किए जाने की व्यवस्था हो, जहां पर सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों पर और अधिक सतर्कता की आवश्यकता की बात कही।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि थाना दिवस सम्पूर्ण समाधान दिवस के रूप में हो, इसके लिए जमीन तथा अन्य विवाद सम्बन्धी मामलों के दोनों पक्षों को पहले से ही बुलाया जाए। सम्बन्धित पक्षों के साथ वार्ता कर विवादमुक्त वातावरण बनाना सुनिश्चित कराएं। अपराधियों पर अंकुश लगाने हेतु उनके विरुद्ध लम्बित वादों की प्रभावी पैरवी कर दण्डित कराना सुनिश्चित कराएं। जेलों में भी अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाते हुए उनके द्वारा किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि को संचालित न होने दिया जाए। जेल में बंद अपराधियों पर भी कड़ी नजर रखने हेतु उनसे मिलने वाले मुलाकातियों पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि अपराधी जेल में रहकर किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम न दे सकें।
योगी जी ने कहा कि थाने एवं निचले स्तर तक पुलिस की कार्यप्रणाली को और ठीक किया जाए। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टाॅलरेन्स हो। भ्रष्ट अधिकारियों को चिन्ह्ति कर विभागीय कार्यवाही के साथ मुकदमा पंजीकृत किया जाए। आम जनता के प्रति संवेदनशीलता, अपराधियों के प्रति कठोरता तथा जनप्रतिनिधियों के प्रति समुचित सम्मान एवं उचित व्यवहार प्रदर्शित किया जाए। वरिष्ठ अधिकारी फील्ड स्तर पर जाकर कार्यों की समीक्षा करें तथा अधीनस्थ अधिकारियों से सीधे संवाद स्थापित करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एफ0आई0आर0 का शत-प्रतिशत पंजीकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर सकारात्मक कार्यों का प्रचारित किया जाए तथा नकारात्मक खबरों का खण्डन तत्परता से हो। मीडिया से समुचित संवाद स्थापित होना चाहिए। विगत में मीडिया के कर्मियों के साथ दुव्र्यवहार की कुछ घटनाएं प्रकाश में आयीं हैं, यह स्थिति उचित नहीं है। प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों विशेषकर बांग्लादेशी नागरिकों का चिन्हीकरण किया जाए और उनके क्रिया-कलापों के सम्बन्ध में पूरी जानकारी प्राप्त की जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अवैध विदेशी घुसपैठिये कानून व्यवस्था के लिए खतरा हैं। नक्सल प्रभावित जनपदों में नक्सल गतिविधियों पर दृष्टि रखी जाए।
योगी जी ने कहा कि अवयस्क बालक-बालिकाओं को थाने में कदापि न रखा जाए, इसके लिए जुविनाइल जस्टिस एक्ट के नियमानुसार कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं का त्वरित, स्थायी एवं प्रभावी समाधान नहीं किया जाएगा, तो लोगों में असंतोष होगा। निस्तारित मामलों का वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर शिकायतकर्ता से टेलीफोन कर सीधे फीडबैक लिया जाए। वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव गृह श्री अरविन्द कुमार, डी0जी0पी0 श्री सुलखान सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।