लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जैव ऊर्जा उद्यम को प्रोत्साहन देने तथा पर्यावरण अनुकूल कृषि आधारित स्थायी आर्थिक विकास किये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा है कि राज्य जैव ऊर्जा नीति का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। जैव ऊर्जा उत्पादन इकाईयों की स्थापना को बढ़ावा दिया जाये। इससे पर्यावरण को स्वच्छ रखने और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री जी आज शास्त्री भवन में जैव ऊर्जा उद्यम प्रोत्साहन कार्यक्रम के प्रस्तुतीकरण के अवसर पर अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जैव ऊर्जा उद्यम को बढावा देने के लिए प्रभावी रणनीति अपनायी जाये। यह रणनीति ‘वैल्यू चेन मैकेनिज़्म’ के तहत उद्यमिता मोड पर आधरित हो। जैव ऊर्जा परियोजनाओं – जैसे बायोडीजल, बायो ऐथेनाॅल, बायोगैस, बायो सी0एन0जी0 आदि के संबंध में निजी क्षेत्र की सहभागिता की संभावनाओं को तलाशा जाये। उन्होंने कहा कि इससे पेट्रोलियम आधरित ईधन पर निर्भरता कम होगी। कृषि, वानिकी तथा चारागाह हेतु अनुपयुक्त भूमि का उपयोग कर प्रदेश का आर्थिक विकास करने में मदद मिलेगी।
योगी जी ने औषधीय एवं सगन्ध पौधो की खेती को बढ़ावा देने के निर्देश देते हुए कहा कि कम उपजाऊ भूमि, मार्जिनल भूमिधारक किसानो तथा ग्रामीणों की आय वृद्धि के स्थायी अवसर सृजित किये जायें। उन्होंने कहा कि बायोऐथेनाॅल एवं बायोडीजल उत्पादन कार्यक्रमों को भी बढ़ावा दिया जाये। उन्होंने जैव ऊर्जा आधारित पर्यावरण के अनुकूल आर्थिक विकास पर जोर देते हुये कहा कि जैव ऊर्जा उद्यमों की समयबद्ध स्थापना से ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त होगी। उन्होनें कहा कि जैव ऊर्जा उद्यमों के लिए आवश्यक कच्चे माल हेतु ‘फार्मर क्लस्टर्स’ बनाये जाने तथा नगरों में उत्पादित हो रहे कचरे के सुनियोजित प्रयोग पर विचार किया जाये।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार, राजस्व परिषद के अध्यक्ष श्री प्रवीर कुमार, अवस्थापना एवं आद्यौगिक विकास आयुक्त श्री अनूप चन्द्र पाण्डेय, अपर मुख्य सचिव नियोजन, आई टी एवं इलेक्ट्रिानिक्स श्री संजीव सरन, प्रमुख सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, प्रमुख सचिव कृषि श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत श्री आलोक कुमार, राज्य समन्वयक उत्तर प्रदेश राज्य जैव ऊर्जा विकास बोर्ड श्री पी0एस0 ओझा सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।