लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने बाल विकास एवं पुष्टाहार सेवा के अन्तर्गत कुपोषित बच्चों को दिए जा रहे पोषाहार को सील बन्द पैकेट में उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, जिससे कुपोषित बच्चों को तत्काल स्वच्छ, सुरक्षित, संतुलित एवं सम्पूर्ण आहार मिल सके और उनके कुपोषण की स्थिति को तेजी से कम किया जा सके। पैकेट-बन्द पोषाहार का उपयोग पानी, दूध अथवा जूस के साथ तुरन्त किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश आज यहां शास्त्री भवन में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका गांधी के साथ एक बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रायः देखा गया है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर निःशुल्क वितरित होने वाला बच्चों का पोषाहार गलत तरीके से बाजार में बेच दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इन पैकेटों पर ‘नाॅट फाॅर सेल’ लिखा रहेगा, जिससे इस पोषाहार को बाजार में न बेचा जा सके।
श्री योगी ने केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया कि पीलीभीत में 15 साल से बन्द चीनी मिल को पी0पी0पी0 मोड पर संचालित किया जाएगा। इस सम्बन्ध मंे शीघ्र ही सभी जरूरी कार्यवाहियां पूरी कर ली जाएंगी।
केन्द्रीय मंत्री श्रीमती मेनका गांधी ने प्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि बूचड़खानों पर रोक के मामले में मा0 सर्वाेच्च न्यायालय एवं एन0जी0टी0 के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्वयं बूचड़खानांे का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि लाइसेन्स के मानक के अनुरूप ही बूचड़खानों का संचालन हो।
केन्द्रीय मंत्री श्रीमती मेनका गांधी के वन विभाग द्वारा पौधों को प्लास्टिक की थैलियों के बजाए मशीन द्वारा बनाए गए गोबर के गमलों में उगाने तथा श्मशान भूमियों में गाय के गोबर से बने कण्डों के इस्तेमाल के सुझाव का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन मशीनों के उपयोग के बारे में परीक्षण किए जाने के निर्देश दिए। प्रदेश में एनीमल वेलफेयर बोर्ड के गठन तथा राज्य को रेबीज फ्री बनाने के लिए आवारा कुत्तों पर नियंत्रण सम्बन्धी केन्द्रीय मंत्री के सुझाव पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस अवसर पर महिला कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अनुपमा जैसवाल, महिला कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती स्वाती सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।