लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग और मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार राज्य में निवेश और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयत्नशील है। राज्य में ऐसा वातावरण पैदा किया जा रहा है, जिससे यहां के युवाओं को रोजगार के लिए पलायन न करना पड़े, साथ ही, ऐसे युवा जो रोजगार के लिए अन्य स्थानों पर चले गए हैं, वे भी यहां वापस आना चाहें।
मुख्यमंत्री जी आज यहां कौशल विकास पर आयोजित सेमिनार ‘उत्तर प्रदेश में कौशल विकास की भूमिका एवं सम्पूर्ण समाज में योगदान’ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने गोरखपुर तथा लखनऊ के महानगर और आलमबाग स्थित कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों का उद्घाटन एवं जनपद बरेली के विकासखण्ड बहेड़ी, जनपद रामपुर के विकासखण्ड मिलक, जनपद शाहजहांपुर के विकासखण्ड तिलहर, जनपद लखनऊ के विकासखण्ड सरोजनीनगर और जनपद हरदोई के विकासखण्ड सण्डीला में प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्रों का शिलान्यास किया। इस मौके पर गोरखपुर स्थित आशा ज्योति केन्द्र का उद्घाटन भी किया गया।
इस अवसर पर योगी जी ने उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के 02 मोबाइल एप-‘स्किल कनेक्ट’, ‘स्किल मित्र’ और महिन्द्रा ग्रुप द्वारा प्रशिक्षित युवाओं को सेवायोजन में सहायता हेतु विकसित मोबाइल एप ‘मि0 उपाय’ का शुभारम्भ किया। ‘स्किल कनेक्ट’ एप, हब एण्ड स्पोक माॅडल के आधार पर अपने 15 किलोमीटर दायरे में स्थित सभी माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को जियो को-आॅर्डिनेट्स से जोड़ेगा। इससे इन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी विद्यालय में ही मिल सकेगी और जो छात्र आगे औपचारिक शिक्षा जारी न रखना चाहें, उन्हें आजीविका के लिए रोजगार से जुड़े हुए व्यवसायों में प्रशिक्षित किया जा सके। ‘स्किल मित्र’ एप प्रत्येक इच्छुक व पात्र युवा को स्किल ट्रेनिंग हेतु अपना पंजीकरण कराने तथा पाठ्यक्रमों का चयन करने की सुविधा प्रदान करेगा।
योगी जी द्वारा इस मौके पर कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित श्री दिव्यांश सूद, श्री आसिफ, सुश्री महिमा चतुर्वेदी, श्री विशाल नन्दन तिवारी को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। साथ ही, श्री मनीष प्रताप सिंह एवं श्री अनीमुद्दीन को बेस्ट ट्रेनर का सम्मान भी दिया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी की उपस्थिति में यशोदा हाॅस्पिटल गाजियाबाद और उत्तर प्रदेश स्किल डेवलपमेण्ट मिशन के बीच एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान भी किया गया। मुख्यमंत्री द्वारा पत्रिका ‘हुनरमन्द’ का विमोचन किया गया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने कौशल प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास की व्यापक सम्भावनाएं हैं। देश की उन्नति के लिए उत्तर प्रदेश का विकास के रास्ते पर आगे बढ़ना आवश्यक है। देश के युवाओं को उनकी भावनाओं के अनुरूप मंच प्रदान करने और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा अलग मंत्रालय का गठन किया गया था। प्रदेश सरकार ने भी केन्द्र सरकार का अनुसरण करते हुए राज्य के युवाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। इसके तहत 6 लाख से अधिक युवाओं ने पंजीकरण कराया है, 04 लाख युवाओं का प्रशिक्षण पूरा हो गया है और 01 लाख 40 हजार युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में लावा, इण्टेक्स, फोर्टिस, बिग बाजार, रेमण्ड्स, भीलवाड़ा जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में रोजगार भी प्राप्त हुआ है।
योगी जी ने कहा कि राज्य के विकास को गति देने के लिए आगामी 21 व 22 फरवरी को ‘उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट-2018’ का आयोजन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने वर्तमान वर्ष को किसानों को समर्पित किया था। इस दौरान किसानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं। किसानों को 70 हजार करोड़ रुपए की धनराशि सहायता के रूप में दी गई है। राज्य में बायो डीजल की 04 यूनिटों की स्थापना होने पर किसानों की आय बढ़ेगी। पुआल का इस्तेमाल बायो डीजल में होने से पुआल जलाने से पर्यावरण को होने वाला नुकसान भी रुकेगा तथा खेत भी उर्वर रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार अगले वर्ष को युवाओं को समर्पित करेगी। प्रदेश की आबादी का 60 प्रतिशत युवा हैं, जिन्हें रोजगार चाहिए। आगामी वर्ष में 04 लाख सरकारी नौकरियांे के अवसर युवाओं को सुलभ होंगे। इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश सरकार का राज्य में 05 लाख करोड़ रुपए के निवेश का प्रयास है। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होगा। युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए वित्तीय संस्थानों को आगे आना होगा। राज्य में लगभग 16,500 बैंक शाखाएं हैं, इन्हें बढ़ाकर 25 हजार करना होगा। उन्होंने बताया कि मुम्बई में सम्पन्न रोडशो के दौरान उनकी बैठक देश के बड़े वित्तीय संस्थानों के प्रमुखों के साथ हुई। उन सभी ने देश और प्रदेश के विकास के दृष्टिगत राज्य में युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए वित्तीय गतिविधियां बढ़ाने पर सकारात्मक रुख दर्शाया है।
योगी जी ने कहा कि राज्य सरकार ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ योजना को प्रोमोट कर रही है। इसके माध्यम से ही कौशल विकास में प्रशिक्षित युवाओं को बड़ी संख्या मंे रोजगार व स्वरोजगार के अवसर सुलभ होंगे। वाराणसी की साड़ी, लखनऊ की चिकन, मेरठ के स्पोट्र्स के सामान, फिरोजाबाद की चूड़ियां, अलीगढ़ के ताले, मुरादाबाद का पीतल का सामान जैसे प्रदेश के लगभग प्रत्येक जनपद का अपना एक ऐसा प्रोडक्ट है, जिसकी प्रतिष्ठा और मांग पूरी दुनिया में है। सभी जनपद अपने-अपने मशहूर उत्पाद को आगे बढ़ाएंगे, तो बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सुलभ हांेगे। उन्होंने कहा कि कौशल विकास विभाग ने सराहनीय काम किया है। युवा कल्याण और कौशल विकास विभाग मिलकर काम करेंगे, तो निर्धारित लक्ष्य आसानी से प्राप्त हो सकेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि राज्य सरकार ने देश और प्रदेश के विभागों के साथ समन्वय करके नौजवानों के कौशल विकास हेतु उत्तम योजना बनायी है। राज्य सरकार निवेश प्रोत्साहन के लिए इन्वेस्टर्स समिट भी करने जा रही है। प्रदेश में निवेश बढ़ने से प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की लिट्टी, प्रतापगढ़ के आंवले के मुरब्बे सहित स्थानीय उत्पाद पूरी दुनिया में अपना स्थान बना सकते हैं। इसके लिए हुनरमन्द युवाओं की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यू0पी0 के नौजवान परिश्रमी, बुद्धिमान और ईमानदार हैं। प्रधानमंत्री जी और प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अवश्य ही ऐसा स्थान बनाने में सफल होंगे कि पूर्व की भांति विदेशों से लोग यहां शिक्षा और अनेक प्रकार के कौशल सीखने के लिए आया करेंगे।
कार्यक्रम के अन्त में, महिन्द्रा ग्रुप के चेयरमैन श्री नवीन कुमार जैन ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्री चेतन चैहान, राज्यमंत्री श्री सुरेश पासी एवं अन्य मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के सचिव श्री भुवनेश कुमार सहित वरिष्ठ अधिकारीगण तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।