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मुख्यमंत्री ने ‘प्राविधिक शिक्षा के बढ़ते कदम’ कार्यक्रम को सम्बोधित किया

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि तकनीक को अपना कर ही देश को समृद्ध किया जा सकता है। प्राविधिक शिक्षा किसी भी समाज व राष्ट्र के विकास का आधार है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि भारत जैसे देश के लिए तकनीक सस्ती व अच्छी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शोध का उद्देश्य लोक कल्याणकारी होना चाहिए। तकनीक के माध्यम से भ्रष्टाचार पर नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री जी आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘प्राविधिक शिक्षा के बढ़ते कदम’ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे इंजीनियर्स समाज की बेहतरी के लिए क्या कर सकते हैं, इसे लक्षित करते हुए उन्हें अपने कार्याें को सम्पादित करना चाहिए। उत्तर प्रदेश के 75 जिले 75 प्रोडक्ट के रूप में अपनी पहचान बनाएं। उन्होंने कहा कि आज की सबसे बड़ी समस्या कूड़ा प्रबन्धन है। कूड़ा प्रबन्धन सभी के सामने एक चुनौती है। गन्दगी से विभिन्न रोग पनपते हैं, जिसमें हजारों करोड़ों रुपये बर्बाद हो जाते हैं। कूड़े के सही प्रबन्धन से एक तरफ ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है जो विकास के लिए आवश्यक है, तो वहीं दूसरी ओर काफी लोगों को रोजगार भी दिया जा सकता है।

योगी जी ने कहा कि आजादी के समय देश की आबादी काफी कम थी और खेती के लिए पर्याप्त भूमि की उपलब्धता के बावजूद पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की पैदावार नहीं हो पाती थी। जबकि आज आबादी 3 गुना हो गयी है, इसके बाद भी पहले से ज्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हो रहा है। आधुनिक तकनीक को अपनाने से ही खाद्यान्न उत्पादन बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सही सीवेज व ड्रेनेज व्यवस्था न होने के कारण भू-गर्भ जल काफी दूषित हो गया है और इसमें आर्सेनिक और फ्लोराइड की मात्रा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि जापानी इंसेफ्लाइटिस, डेंगू, स्वाइन फ्लू आदि बीमारियों का उपचार स्वच्छता ही है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वाहन किया कि तकनीक को अपने देश के अनुकूल बनाना होगा। तकनीक ऐसी हो, जिसका लाभ समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी मिल सके।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के माध्यम से 15 लाख लोगों को स्वरोजगार देने का कार्य राज्य सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न बैकों की 16,500 शाखाएं हैं, जो अनुसूचित जाति व जनजाति के एक व्यक्ति को गोद लेकर स्वावलम्बी बनाने का कार्य करे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2019 तक सबको व्यक्तिगत शौचालय व वर्ष 2022 तक सबको आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

इसके पूर्व, योगी जी ने छात्र-छात्राओं द्वारा तकनीक पर आधारित माॅडल प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री जी ने ‘प्राविधिक शिक्षा के बढ़ते कदम’ पुस्तक का विमोचन एवं बेस्ट प्रेक्टिस पोर्टल का शुभारम्भ किया। प्राविधिक शिक्षा विभाग की ओर से श्री शशिपाल शर्मा व श्री अशोक गुप्ता को ब्राण्ड एम्बेसडर सम्मान से सम्मानित किया गया। डिप्लोमा सेक्टर के विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध कराने में मदरसन आॅटोमोटिव टेक्नोलाॅजी एवं इंजीनियरिंग, अहमदाबाद के नियोक्ता श्री अश्वनी कुमार तथा गेबरियल इण्डिया लिमिटेड, गुरुग्राम (हरियाणा) के नियोक्ता श्री मोहित श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया।

योगी जी ने कहा कि जापान की प्रगति का राज राष्ट्रधर्म है। युवाओं के पलायन को रोकना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं जापान के राइक्यूस विश्वविद्यालय के मध्य छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों के विनियमन के सम्बन्ध में एम0ओ0यू0 के दस्तावेजों का आदान-प्रदान हुआ। इसके साथ ही, डिजाइन इनोवेशन सेण्टर की स्थापना के लिए भी एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित हुआ। डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय द्वारा पण्डित दीन दयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार योजना का शुभारम्भ भी किया गया। इस योजना के अन्तर्गत विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सरकारी सहायतित संस्थानों एवं तकनीकी विश्वविद्यालयों में गुणवत्ता सुधार के लिए 200 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान किया गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कम लागत के आवास माॅडल हेतु एच0बी0टी0यू0, कानपुर को प्रशंसा प्रमाण-पत्र प्रदान किया। विश्वैश्वरैया रिसर्च प्रमोशन स्कीम के लाभार्थियों को संस्तुति-पत्र वितरित किया। पाॅलीटेक्निक के मेधावी छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय द्वारा 2 मेगा जाॅब फेयर के माध्यम से 1,286 छात्र-छात्राओं को रोजगार मिला। उन्होंने पाॅलीटेक्निक के सेवायोजित छात्र-छात्राओं को भी नियुक्ति-पत्र प्रदान किया। 10 राजकीय पाॅलीटेक्निक संस्थाओं-लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, मुरादाबाद, गाजियाबाद, बरेली, राजकीय महिला पाॅलीटेक्निक वाराणसी, इलाहाबाद एवं राजकीय चर्म संस्थान आगरा में प्लेसमेण्ट सेल स्थापित किया जाएगा। इन सभी 10 पाॅलीटेक्निक में प्लेसमेण्ट सेल की स्थापना के लिए प्रत्येक पाॅलीटेक्निक को एक-एक लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जा रही है।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत युवाओं का देश है और यहां तकनीक की अपार सम्भावनाएं हैं। उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि तकनीक के क्षेत्र में प्रदेश द्वारा दिन-प्रतिदिन नये आयाम स्थापित किये जा रहे हैं।

इस अवसर पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, प्राविधिक शिक्षा राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह, प्राविधिक शिक्षा सचिव श्री भुवनेश कुमार, डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक, छात्र-छात्राओं सहित वरिष्ठ अधिकारी व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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