लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का नाम लोगों में ऊर्जा का संचार करता है। नेताजी के विचार आज भी प्रासंगिक और प्रेरणास्पद हैं। अपने तेज, ओज और राष्ट्र के प्रति निष्ठा से नेताजी ने आजादी के लिए संघर्षरत देशवासियों को नेतृत्व और दिशा दी। भारत माता के सच्चे सपूत, राष्ट्र नायक, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को आज पूरा देश स्वाधीनता के लिए उनके प्रयासों हेतु नमन कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (के0जी0एम0यू0) में ब्राउन हाॅल में नेताजी सुभाष सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जयन्ती समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम के आयोजन के लिए आयोजकों को साधुवाद देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिस तरह खालसा पंथ की स्थापना के लिए गुरू गोविन्द सिंह के आह्वान पर समाज के कमजोर और वंचित लोग आगे आए थे, उसी प्रकार नेताजी के आदर्शों को आगे बढ़ाने में भी समाज के दलित, शोषित, वंचित वर्गों का बड़ा योगदान है।
योगी जी ने कहा कि भारत एक राष्ट्र है। इसे हमारे पूर्वजों ने अपने खून से सींचा तथा माताओं और बहनों ने अपने सिन्दूर से पवित्र किया है। भारतवर्ष को बनाने के लिए दधीचि ने अपनी हड्डियां दान की हैं। इसलिए नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का नारा ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ भारतीयों के लिए मंत्र बन गया। नेताजी के विचार और कर्म की स्पष्टता अनुकरणीय है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी कुछ स्वार्थी लोग आजादी की लड़ाई को व्यर्थ मानते थे। ऐसे लोगों को नेताजी का जवाब था कि राष्ट्र का निर्माण ईंट-पत्थर से नहीं, पैसे से नहीं, वीरों के बलिदानों, वीरांगनाओं के सतीत्व और युवाओं से उत्साह से होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नेताजी के नाम से अंग्रेज कांपते थे। अपने अनेक प्रयासों के बावजूद वे नेताजी के मार्ग को रोक नहीं पाए। नेताजी साधनों के अभाव के बावजूद काबुल, कान्धार होते हुए जर्मनी पहुंचे। जापान के सहयोग से नेताजी ने आजादी की लड़ाई को आगे बढ़ाया। असंख्य युवा उनके आह्वान पर अपना बलिदान करने के लिए आगे आए।
योगी जी ने कहा कि आज का युवा नौकरी चाहता है, जबकि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने आई0सी0एस0 जैसी परीक्षा पास करने के बाद भी देश की आजादी के लिए नौकरी नहीं की। उन्होंने कहा कि आज के युवा का दायित्व है कि वह नेताजी के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा लें और उनके आदर्शों का अनुकरण करें।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए के0जी0एम0यू0 के कुछ चिकित्सकों और अन्य महानुभाव को सम्मानित किया। इनमें प्रो0 विनीता दास, प्रो0 जिलेदार रावत, प्रो0 राजेश वर्मा, प्रो0 विजय कुमार, प्रो0 एस0एन0 शंखवार, प्रो0 संतोष कुमार, प्रो0 हरिराम, प्रो0 शरद चन्द्रा, प्रो0 चन्द्रकान्ता, डाॅ0 एम0एल0 भार्गव, डाॅ0 मनोज कुमार, डाॅ0 अनिल परिहार, डाॅ0 धर्मेन्द्र कुमार, डाॅ0 सरिता सिंह, श्री दिलीप कुमार शुक्ला, श्री ओम प्रकाश ‘प्रकाश’, श्री राकेश कुमार, श्री राम विरज रावत आदि शामिल थे।
कार्यक्रम को श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, सांसद श्री कौशल किशोर, डाॅ0 एस0एन0 कुरील तथा के0जी0एम0यू0 के कुलपति डाॅ0 एम0एल0बी0 भट्ट ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री जी ने दीप प्रज्ज्वलन तथा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। सांसद श्री कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री जी को रूद्राक्ष का पौधा, अंगवस्त्र और सम्मान-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।