लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर के जी0डी0ए0 सभागार में विकास कार्यों एव अन्य परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा करते हुए वरिष्ठ अधिकारियांे को निर्देशित किया कि वे आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि विकास योजनाओं में गति आ सके। उन्होंने नगर आयुक्त को गोरखपुर में साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट स्कीम को तत्काल लागू करने के निर्देश दिये। उन्होंने उन गोपालकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये, जो दुधारू जानवरों से दूध लेकर उन्हें सड़कों पर आवारा घूमने के लिए छोड़ देते हैं। ऐसे गोपालकों को चिन्हित कर उनपर भारी जुर्माना लगाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने मण्डलायुक्त को निर्देश दिये कि वे अधिकारियों के साथ अतिशीघ्र मधुबलिया (महराजगंज) जाकर उस स्थल का निरीक्षण करें जहां काफी संख्या में आवारा गोवंश रखे जा सकते हैं। उन्होंने इसे संचालित करने के लिए समर्पित लोगों की टीम बनाने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में परिषदीय प्राईमरी तथा जूनियर हाईस्कूलों में गिरते शिक्षा के स्तर पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार शीघ्र ही इन सभी स्कूलों में अध्यापकों से लेकर प्रधान अध्यापकों की फोटो लगवाएगी और अधिकारियों को निर्देशित किया जायेगा कि वे अपने निरीक्षण के दौरान छात्र/छात्राओं से इस बात की जानकारी लें कि जिन अध्यापकों के फोटो स्कूल में लगे हैं वे पढ़ाने आते हैं या नहीं ? उन्होंने यह भी कहा कि संज्ञान में आया है कि कुछ सरकारी अध्यापक स्कूलों में अध्यापन कार्य नहीं करते हंै तथा अपने स्थान पर कम पैसे में किसी दूसरे व्यक्ति को पढ़ाने के लिए भेज देते हैं, ऐसे अध्यापकों के प्रति कठोर कार्यवाही की जाएगी।
मण्डलायुक्त ने गोरखपुर मण्डल के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू की गयी योजनाओं को बिन्दुवार प्रस्तुत किया। उन्होंने गोरखपुर फर्टिलाइजर फैक्ट्री के बारे में बताया कि एच0यू0आर0एल0 को चिलुआताल से पानी उपलब्ध कराने की अनुमति दी जा चुकी है। एफ.सी.आई0एल0 से एच.यू.आर.एल. के पक्ष में भूमि स्थानान्तरित करने हेतु राज्य सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र अभी प्राप्त होना बाकी है। इसी प्रकार लीज डीड में देय स्टाम्प ड्यूटी माफ किये जाने हेतु भी राज्य सरकार की अनुमति चाहिए।
श्री योगी ने इण्डियन बाॅटलिंग प्लाण्ट, एम्स गोरखपुर की स्थापना एवं गन्ना संस्थान को स्थानान्तरित किये जाने के कार्य की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पिपराइच में नयी शुगर मिल पुरानी शुगर मिल के स्थान पर ही बनेगी इसलिए शेष बची जमीन पर गन्ना संस्थान अतिशीघ्र शिफ्ट किया जाए। उन्होंने गोरखपुर में रामगढ़ताल परियोजना में निर्माणाधीन बहुउपयोगी प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केन्द्र के परिसर में 250 सीट के एक अन्य आॅडिटोरियम, आर्ट गैलरी एवं मीडिया सेण्टर के निर्माण का निर्देश दिया। उन्होंने गोरखपुर हवाई अड्डे के सिविल टर्मिनल का नामकरण महा योगी गोरखनाथ एयरपोर्ट करने के साथ-साथ सिविल टर्मिनल के विस्तार पर भी चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने रामगढ़ताल एवं उसके समीप अवस्थापना एवं सौन्दर्यीकरण के विभिन्न कार्यों की समीक्षा करते हुए इसे सितम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने रामगढ़ताल में वाॅटर स्पोर्टस एक्टिविटी तथा रामगढ़ताल में सिल्ट निकालने तथा प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण हेतु कार्य को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल निगम अपनी सुस्ती छोड़कर सक्रिय भूमिका अदा करे। उन्होंने आर0के0बी0के0 से पैडलेगंज तक बनने वाली सड़क पर गंभीरता से पहल करने एवं उसकी बाधाएं दूर करने के भी निर्देश दिये। प्राणि एवं जन्तु उद्यान के निर्माण पर भी चर्चा की गयी।
श्री योगी ने गोरखपुर वाराणसी मार्ग के निर्माण कार्य की चर्चा करते हुए निर्देश दिये कि बाघा गाढ़ा से सड़क निर्माण शुरू किया जाए और काम में तेजी लाई जाए। उन्होंने कालेसर से जंगल कौड़िया नये बाईपास (एन0एच0-29ई) सेक्शन के निर्माण की समीक्षा करते हुए इसे बरसात से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिये। मोहद्दीपुर-गोरखनाथ मंदिर-जंगल कौड़िया फोरलेन सी0सी0 रोड के प्रस्ताव पर निर्देश दिये कि पहले बिजली के पोल को पूरी सड़क से शिफ्ट किया जाये फिर कार्य शुरू किया जाए। नन्दानगर रेलवे क्राॅसिंग अण्डरपास के निर्माण पर बढ़ती लागत पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने रेलवे और लो0नि0वि0 के अभियंताओं को निर्देश दिये कि कार्य को 6 माह के अन्दर पूरा किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सूरजकुण्ड एवं तरंग के पास अन्य अण्डरपास बनाने के लिए सर्वे करने के निर्देश दिये।
बैठक में श्री योगी ने नवीन गल्ला मण्डी की दुर्दशा पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मण्डी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे व्यापारियों से जो टैक्स वसूलते हैं उसका उपयोग मण्डी में बिजली, सड़क, नाले-नालियों की सफाई, व्यापारियों की सुविधाओं तथा जलापूर्ति पर खर्च करें। उन्होंने मण्डी में चल रही चोरी पर भी नियंत्रण रखने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने पूर्वान्चल में विषाणु जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए अधिकारियों को गंभीर प्रयास करने के निर्देश दिये। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इससे किसी व्यक्ति की मौत नहीं होनी चाहिए, इसकी रोकथाम के लिए अभी से हर संभव तैयारी शुरू कर दें। जिला चिकित्सालय से लेकर प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ केन्द्रों पर इस बीमारी के उपचार के लिए प्रबंध किया जाए, ताकि मेडिकल काॅलेज पर ज्यादा दबाव न पड़े। उन्होंने इन बीमारियों से रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर पूरे पूर्वान्चल में सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिये, जिसमें नालियों, नालों, पोखरों एवं तालाबों की सफाई भी शामिल है। उन्होंने बरसात के दिनों में लोगों से स्वच्छ पेयजल पीने और पानी को उबालकर ठंढा कर पीने के लिए भी जागरूक करने के निर्देश दिये।
श्री योगी ने राप्ती नदी के पूर्वी तट पर पक्का स्नान घाट बनाने का सुझाव दिया। बैठक में मौजूद प्रमुख सचिव सूचना एवं पर्यटन ने वरिष्ठ अधिकारियों को प्रारम्भिक सर्वे रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने बैठक में गोरखपुर मण्डल के विकास के लिए विभागीय योजनाओं की चर्चा की और उनपर केन्द्र से सहयोग लेने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को याद दिलाया कि उ0प्र0 में समस्त सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए 15 जून का समय निर्धारित किया गया है जिसमें लो0नि0वि0 के अलावा गन्ना विभाग, मण्डी, जिला पंचायत, नगर निगम, नगर पंचायतें, आर.ई.एस. आदि विभाग भी शामिल हैं जो अपनी सड़कों को इस तिथि तक गड्ढामुक्त कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने गन्ना मूल्य और गेहूं क्रय के मूल्यों को समय सीमा के अन्दर भुगतान कराने के निर्देश दिये। बैठक में प्रमुख सचिव सूचना एवं पर्यटन, मण्डलायुक्त, आई0जी0 पुलिस, जिलाधिकारी, उपाध्यक्ष जीडीए, नगर आयुक्त, उप निदेशक सूचना सहित मण्डल के समस्त जिलाधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।