लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 31 मार्च, 2018 तक सड़कों के नवीनीकरण का कार्य पूरा करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सड़कों की गड्ढामुक्ति से जुड़े समस्त विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि युद्धस्तर पर कार्य करके 31 दिसम्बर, 2017 तक सड़कों को पूरी तरह से गड्ढामुक्त करें।
मुख्यमंत्री जी आज यहां शास्त्री भवन में सड़कों के नवीनीकरण एवं गड्ढामुक्ति कार्याें की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभागों द्वारा जनपदों में गड्ढामुक्त की गई सड़कों की सूची तैयार की जाए। जिलाधिकारी सर्वे करके गड्ढामुक्त हुई सड़कों का सत्यापन कर विभागवार सूची तैयार करें। यह कार्य 15 जनवरी, 2018 से पूर्व सम्पन्न कर लिया जाए। जनपदीय भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री जी द्वारा स्वयं भी इन सड़कों का परीक्षण किया जाएगा। कहीं भी कोताही पाए जाने पर सम्बन्धित अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़कंे किसी भी स्टेट की फेस होती हैं। आम जनता का सर्वाधिक वास्ता सड़कों से है। इसलिए जनसामान्य को यात्रा के लिए अच्छी से अच्छी सड़क मुहैया कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग आगामी वर्ष की परियोजनाओं की विस्तृत सूची पहले से तैयार कर लें और बजट के बाद शीघ्रातिशीघ्र निर्माण कार्य प्रारम्भ कराए।
योगी जी ने कहा कि नेपाल, बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली आदि सीमा क्षेत्रों से जुड़ी सभी विभागों की सड़कों का चैड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण किया जाए। साथ ही, उन पर प्रकाश व्यवस्था, ग्लोसाइन बोर्ड आदि भी लगाए जाएं। प्रदेश की जनता अच्छी सड़कें चाहती है। इसके लिए कार्य योजना तैयार की जाए। पी0पी0पी0 मोड पर बन सकने वाली सड़कों को चिन्ह्ति कर कार्यवाही प्रारम्भ की जाए। किसी भी स्थिति में कार्य की गुणवत्ता, पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ कोई समझौता न किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने इस मौके पर लोक निर्माण, पंचायतीराज, मण्डी परिषद, गन्ना विभाग, सिंचाई, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, नगर निकाय, आवास आदि विभागों के अधिकारियों से सड़कों के गड्ढामुक्ति अभियान की प्रगति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रायः सभी विभागों ने सड़कों की गड्ढामुक्ति में औसतन 99 प्रतिशत सफलता प्राप्त कर ली है।
बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, मंत्रिगण श्री धर्मपाल सिंह, श्री सुरेश राणा, डाॅ0 महेन्द्र सिंह, श्री बलवन्त सिंह ओलख, श्री सुरेश पासी, मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।