देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड स्टेट सेंटर में भारत रत्न सर मोक्षगुन्डम विश्वेश्वरैया के 157 वें जन्मदिन पर आयोजित 50वें अभियन्ता दिवस कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की तस्वीर में भारत दिखता है। उनका समय ऐसा था जब अंग्रेजों का शासन था, उन्हें बहुत प्रताड़ित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया ने नौकरी छोड़ना स्वीकार किया, ऐसा एक स्वाभिमानी व्यक्ति ही कर सकता है। उन्होंने अपने 100 वर्ष के जीवन काल के अंतिम वर्ष तक कार्य किया, यह एक कर्म योगी की पहचान है। उनका जीवन हम सब के लिए प्रेरणा का स्रोत है। दुनिया में कई लोग ऐसे होते हैं, जो किसी के बनाये हुए पदचिन्हों पर चलने का कार्य करते हैैं, सिर्फ कुछ ही लोग ऐसे होते हैं, जो पदचिन्ह् छोड़ जाते है। भारत रत्न श्री विश्वेश्वरैया के पदचिन्ह्ों पर चलकर आज की नई पीढ़ी देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए कार्य कर सकती है, क्योंकि कोई भी रिसर्च किसी देश मात्र के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के काम आती है। उन्होंने कहा कि देहरादून लघु भारत की तरह है। देहरादून में पूरे भारत की झलक दिखाई देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में एक इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाना चाहिए, जिसमें देश के प्रत्येक भाग की भागीदारी हो। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने सेवानिवृत्त अभियन्ताओं को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए भी सम्मानित किया।
इस अवसर पर इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के चेयरमैन श्री आर.बी.एस. चैहान, काउंसिल मेंबर सी.वी.डी.बी. श्री नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।