लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से शास्त्री भवन में फिनलैण्ड के ऊर्जा, आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री किमो टेलीकेईन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट की। श्री टेलीकेईन ने ऊर्जा, अतिरिक्त ऊर्जा, वैकल्पिक यातायात, ईंधन तथा इलेक्ट्रिक वाहन, आवास एवं शहरी नियोजन, पर्यावरण एवं मौसम में परिवर्तन आदि क्षेत्रों में फिनलैण्ड सरकार की ओर से सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को कार्यकाल के 06 माह पूरे करने पर बधाई भी दी।
फिनलैण्ड के प्रतिनिधि मण्डल में भारत में फिनलैण्ड की राजदूत सुश्री नीना वासूकुलाठी, मिनिस्टर आॅफ इकोनाॅमिक अफेयर्स एण्ड इम्प्लायमेन्ट के अण्डर सेक्रेटरी आॅफ स्टेट श्री पिटारी पेलटोईन, मिनिस्ट्री आॅफ इन्वायरमेन्ट के डायरेक्टर आॅफ एडमिनिस्टेªशन एण्ड इण्टर नेशनल अफेयर्स श्री ईसमो टाईन, एम्बेसी आॅफ फिनलैण्ड के काउंसलर (इकोनोमिक एण्ड कामर्शियल) के श्री मिको पोटोसनेन, मिनिस्ट्री आॅफ इकोनाॅमिक अफेयर्स एण्ड इम्प्लायमेन्ट के कम्यूनिकेशन आॅफिसर श्री मारू बीरू, हेलेंसकी पुलिस डिपार्टमेन्ट (आउटसाइड) के सिक्योरिटी आॅफिसर श्री जूहा जोकीरान्टा, फोरटम कारपोरेशन के सीनियर वाइस प्रेसीडेन्ट श्री आरटो रटया, टिकेस के डायरेक्टर डाॅ0 जाना ओरामो, वायरपास ओवाई के सिनियरन वाइस प्रेसीडेन्ट के श्री जानी वेहकलाठी आदि शामिल थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश एक बहुत बड़ा राज्य है। यहां की जनसंख्या 22 करोड़ है, जो प्रदेश को देश का सबसे बड़ा बाजार भी बनाती है। मध्यम वर्ग में हो रही वृद्धि के फलस्वरूप प्रदेश में सभी क्षेत्रों में निवेश व कारोबार की अपार सम्भावनाएं हैं। राज्य में ऊर्जा, बुनियादी ढांचे का विकास, स्मार्ट सिटी का विकास आदि क्षेत्रों में वृहद अवसर मौजूद हैं। राज्य सरकार फिनलैण्ड के साथ आपसी सहयोग के लिए उत्सुक है। प्रदेश सरकार राज्य के निवासियों के हित में इसे एक अवसर के रूप में देखती है।
इससे पूर्व, प्रतिनिधिमण्डल ने ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकान्त शर्मा एवं औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना के साथ भी बैठक की थी। जिसमें फिनलैण्ड को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2018 में पार्टनर कण्ट्री के रूप में आमंत्रित करने, सम्भावित सहयोग से सम्बन्धित क्षेत्रों पर एक संयुक्त अध्ययन एवं क्रियान्वयन हेतु रूपरेखा तैयार करना, प्रदेश मंे फिनलैण्ड विशिष्ट इण्डस्ट्रीयल क्लस्टर की स्थापना, सम्भावित औद्योगीकरण, रिसर्च, शिक्षाविदों को प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास कार्यक्रमों के आदान-प्रदान तथा दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र विशेष अपनायी जाने वाली उत्तम प्रक्रियाओं के आदान-प्रदान पर विचार किया गया।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना, मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार, औद्योगिक विकास आयुक्त श्री अनूप चन्द्र पाण्डेय, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास श्री आलोक सिन्हा, प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आलोक कुमार, प्रमुख सचिव नगरीय विकास श्री मनोज सिंह, सचिव मुख्यमंत्री श्री मृत्युंजय कुमार नारायण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।