श्रीलंका के पूर्व महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के हॉल ऑफ फेम में जगह मिल गई है। गुरुवार को उन्हें ये सम्मान दिया गया। यह सम्मान पाने वाले मुरली पहले श्रीलंकाई खिलाड़ी और विश्व के 83वें खिलाड़ी बन गए हैं। मुरली के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड है।
टेस्ट और वनडे के सर्वाकालिक महान गेंदबाज माने जाने वाले मुरली को इंग्लैण्ड में आर्थर मॉरिस, जॉर्ज लैहमन और कारेन रोल्टन के साथ यह सम्मान दिया गया। आईसीसी ने इस बारे में आधिकारिक बयान भी जारी किया गया। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के भारत-श्रीलंका मैच के दौरान लंच ब्रेक में मुरली को ये सम्मान देने की औपचारिकता पूरी की गई। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने मुरली को सम्मान के तौर पर फ्रेम हुई कैप दी।
मुरलीधरन ने सम्मान हासिल करने के बाद कहा, “ये गर्व की बात है। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ही इसे प्राप्त करना और भी अच्छा है। मैं इस पल को हमेशा याद रखूंगा।” ये राइट आर्म ऑफब्रेक गेंदबाज साल 1992-2010 तक टेस्ट मैच, 1993-2011 तक वनडे मैच और साल 2006-2010 तक टी-20 में सक्रिय रहा। मुरली ने 133 टेस्ट मैच में 800 विकेट, 350 वनडे में 534 विकेट और 12 टी 20 में 13 विकेट झटके। मुरली ने टेस्ट में 67 बार पारी में पांच विकेट लिए और 22 बार मैच में 10 विकेट चटकाए।