नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति और राज्यसभा अध्यक्ष श्री एम.वेंकैया नायडू ने कहा कि वह उन बहादुर सुरक्षाकर्मियों को सलाम करते हैं जिन्होंने दिसंबर 2009 में संसद पर हुए हमले में हमारी जिंदगी को बचाने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान किया। वह आज राज्यसभा सचिवालय कर्मचारी मनोरंजन क्लब द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें राज्यसभा सचिवालय के सभी कर्मचारियों के साथ उपस्थित होने और उनके द्वारा किए गए स्वागत से अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्यसभा के अध्यक्ष पद की नियुक्ति एक विशिष्ट संवैधानिक व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि राज्य सभा की अध्यक्षता करना और इसकी कार्यवाही में शामिल होकर निर्देश देना एक महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में विभिन्न पदों पर लंबे समय से जुड़े रहने के साथ उनके पास राज्यसभा और इसके सचिवालय के बारे में निश्चित रूप से एक विशेष अभिकल्पना रही है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमें उन क्षेत्रों का आकलन करना चाहिए जहां सदन और सचिवालय के कामकाज के मामले में सुधार किया जा सकता है और उन क्षेत्रों की पहचान करनी चाहिए जिन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है कि हम दुनिया के सबसे बड़े प्रतिष्ठित लोकतंत्र में सर्वोच्च प्रतिनिधि के तौर पर सेवा करने के लिए इसका एक अंग है। यह हमारे लिए बहुत गौरवपूर्ण बात है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारी संसद एक अरब से अधिक लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने श्रीमती मालिनी अवस्थी के शानदार लाइव कार्यक्रम का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि संगीत को भाषा की ज़रूरत नहीं है, संगीत और नृत्य के माध्यम से वास्तव में हमारे मन और मस्तिष्क को आनंद मिलता है और यह हमें और अधिक संरचनात्मक तरीके से बेहतर कार्य करने की दिशा में सहायता प्रदान करता है। उपराष्ट्रपति कहा कि इस अद्भुत सांस्कृतिक संध्या ने हम सभी को एक बार फिर से जीवंत बना दिया है।