नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में शामिल किए नौ मंत्रियों ने रविवार को राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण किया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलवाई. शपथ लेने वालों में सबसे पहले धर्मेंद्र प्रधान थे. मोदी कैबिनेट में धर्मेंद्र प्रधान का प्रमोशन किया गया है. प्रधान के बाद पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नक़वी ने शपथ ग्रहण किया. इन तीनों का भी मोदी कैबिनेट में प्रमोशन किया गया है.
नए मंत्रियों में सबसे पहले शिव प्रताप शुक्ला ने शपथ ग्रहण किया. इसके बाद अश्विनी कुमार चौबे, डॉ वीरेंद्र कुमार, अनंत कुमार हेगड़े, राजकुमार सिंह (आर के सिंह), हरदीप सिंह पुरी, गजेंद्र सिंह शेखावत, डॉ सत्यपाल सिंह, अल्फोंस कन्नाथनम ने मंत्री पद की शपथ ली.
PM Modi and Amit Shah at oath taking ceremony in Rashtrapati Bhawan #cabinetreshuffle pic.twitter.com/srLAy6gpg6
— ANI (@ANI) September 3, 2017
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. कैबिनेट फेरबदल में जगह न मिलने से नाराज शिवसेना शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुई. वहीं, उमा भारती भी इस समारोह से नदारद दिखीं.
चार मंत्रियों का मोदी कैबिनेट में हुआ प्रमोशन-
1. धर्मेंद्र प्रधान- धर्मेंद्र प्रधान मोदी सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं. देश भर में उज्जवला योजना लागू करने में अहम भूमिका. मोदी कैबिनेट में धर्मेंद्र प्रधान का प्रमोशन.
2. पीयूष गोयल- पीयूष गोयल को बीते तीन साल के बेहतर कामकाज के लिए प्रमोट किया जा रहा है. अभी तक ऊर्जा, कोयला और खनन मंत्री.
3. निर्मला सीतारमण- निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं. कॉमर्स और उद्योग मंत्रालय में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रही हैं. काम-काज के आधार पर इनका प्रमोशन किया जा रहा है.
4. मुख्तार अब्बास नकवी- मुख्तार अब्बास नकवी अल्पसंख्यक मामले राज्यमंत्री. अटल जी की सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रह चुके हैं. दो किताबें स्याह और दंगा भी लिख चुके हैं.
मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए ये नौ मंत्री-
1.अश्विनी कुमार चौबे- बिहार के बक्सर से लोकसभा सांसद हैं. 8 साल तक बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं. जेपी आंदोलन से भी जुड़े रहे हैं. आपातकाल में जेल भी गए.
2. राजकुमार सिंह- 1975 बैच के बिहार कैडर के आईएएस हैं. बिहार के आरा से सांसद हैं. मनमोहन सरकार में केंद्रीय गृह सचिव रहे हैं.
3. डॉ सत्यपाल सिंह- उत्तर प्रदेश के बागपत से लोकसभा सांसद हैं. 1980 बैच के महाराष्ट्र कैडर के पूर्व आईपीएस. पुणे और नागपुर के पुलिस कमिश्नर भी रहे हैं. काफी पढ़ते-लिखते हैं.
4. हरदीप सिंह पुरी- संयुक्त राष्ट्र में राजदूत के पद पर रहे हैं. संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में एक्सपर्ट. ब्राजील और ब्रिटेन में भारत के राजदूत रहे हैं.
5. गजेंद्र सिंह शेखावत- राजस्थान के जोधपुर से सांसद हैं. तकनीकी समझ रखने वाले प्रगतिशील किसान हैं. सादा जीवन जीने के लिए मशहूर हैं. सोशल मीडिया में भी बेहद सक्रिय हैं.
6. शिव प्रताप शुक्ला- उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद. यूपी में लंबे वक्त पर मंत्री रहे हैं. चार बार विधायक भी चुने गए. आपातकाल के दौरान 19 महीने जेल में भी रहे. संघ और विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं.
7. अल्फोंस कन्नाथनम- संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. दिल्ली में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया.
8. अनंतकुमार हेगड़े- कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से लोकसभा सांसद. 28 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने. उत्तर कन्नड़ में बाहुबली माने जाते हैं. उन पर कई आरोप भी हैं. ताइक्वांडों के एक्सपर्ट हैं.
9. वीरेंद्र कुमार- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद हैं. दलित वर्ग से आते हैं. संसद की कई स्थाई समितियों के सदस्य रहे हैं. जातिवाद के खिलाफ आंदोलन भी किया.