भारतीय और फ्रांसीसी नौसेना के बीच द्विपक्षीय अभ्यास ‘वरुण-2021’ का 19वां संस्करण दिनांक 27 अप्रैल 2021 को संपन्न हुआ।
युद्धाभ्यास वरुण उच्च स्तर का संचालन कायम करने और दोनों नौसेनाओं के बीच समन्वय मजबूत करने में महत्वपूर्ण रहा है। पिछले कुछ वर्षों में यह अभ्यास स्कोप में वृद्धि, भागीदारी के स्तर एवं सैन्य ऑपेरशन की जटिलता के मामले में परिपक्व हो गया है। अरब सागर में दिनांक 25 से 27 अप्रैल 2021 के बीच आयोजित इस अभ्यास में समुद्र में उच्च गति वाले नौसैनिक अभियानों का संचालन किया गया, जिसमें उन्नत वायु रक्षा और पनडुब्बी रोधी अभ्यास, क्रॉस डेक हेलीकॉप्टर लैंडिंग समेत तीव्र गति वाले फिक्स्ड एवं रोटरी विंग युद्धाभ्यास, सामरिक युद्धाभ्यास, सतह और हवाई हथियार विरोधी फायरिंग, अंडरवे रेपलेनिश्मेन्ट एवं अन्य समुद्री सुरक्षा अभियान शामिल हैं। दोनों नौसेनाओं की इकाइयों ने समुद्री क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत बल के रूप में अपनी क्षमता प्रदर्शित करते हुए युद्ध-लड़ने के कौशल को धार दी एवं बेहतर बनाया।
समुद्री अभियानों को क्रियान्वित करने में दोनों नौसेनाओं की आम समझ अभ्यास की शुरुआत से ही स्पष्ट थी जिसमें पूरी योजना वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से की गई थी और अभ्यास पूरी तरह से गैर-संपर्क प्रारूप में आयोजित किए गए थे।
जटिल अभ्यासों में निर्बाध समन्वय, युद्धाभ्यास का सटीक निष्पादन और सटीकता वरुण-2021 के संचालन की विशेषता है और इससे आपसी विश्वास, अंतर-संचालनीयता और दोनों नौसेनाओं के बीच सर्वश्रेष्ठ परिपाटियों को साझा करने एवं अधिक मजबूत बनाने में मदद मिली है।
भारतीय नौसेना का गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट तरकश दिनांक 28 अप्रैल से 1 मई 2021 तक फ्रांसीसी नौसेना के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीएसजी) के साथ उन्नत सतह, पनडुब्बी रोधी और वायु रक्षा अभियानों में भाग लेना जारी रखेगा।