लखनऊ: युवा शक्ति देश के लिए एक बड़ी पूंजी है। इसका सही उपयोग करना होगा ताकि यह गलत रास्ते पर न जाए। इस पूंजी को देश के हित में लगाना होगा। यह विचार प्रदेश के राज्यपाल तथा मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलाधिपति श्री राम नाईक जी ने इसके दीक्षान्त समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर उन्होंने कुल 372 छात्र-छात्राओं को बी0टेक, एम0टेक, एम0सी0ए0, एम0बी0ए0 की उपाधियां प्रदान कीं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में कड़ी स्पर्धा है, इसका मुकाबला युवा एकाग्र होकर पूरी मेहनत से कर सकते हैं।
राज्यपाल जी ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। सभी युवाओं का परिवार, समाज, प्रदेश एवं देश के प्रति उत्तरदायित्व है, उन्हें इसके लिए सदैव चलते रहने का सिद्धान्त अपनाना है। सदैव चलते रहने से मनुष्य एक दिन शिखर पर पहुंच जाता है। विश्वविद्यालय का परिणाम बताता है कि महिला सशक्तिकरण का कार्य पूरी गति से चल रहा है। दीक्षान्त समारोह में जिन 36 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल मिले हंै, उनमें 19 छात्र एवं 17 छात्राएं है। यह देश के लिए मंगलकारी है।
कुलाधिपति ने कहा कि प्रदेश के सभी 29 विश्वविद्यालयों का शैक्षिक कलेण्डर जारी किया गया है। इसके अनुसार शिक्षण, परीक्षा, परिणाम घोषित हो रहे हंै। पूर्व में 3-3 वर्ष तक दीक्षान्त समारोह नहीं होते थे, परन्तु अब उन्हें नियमित रूप से आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय ने आजादी के पहले ही एक विलक्षण शिक्षण संस्थान बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की। इसके लिए उन्होंने भिक्षाटन भी किया। उनका मानना था कि शिक्षा से छात्र का शारीरिक, बौद्धिक, चारित्रिक एवं आध्यात्मिक विकास होना चाहिए।
समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि तकनीक के माध्यम से भ्रष्टाचार एवं परियोजनाओं को पूरा करने में लगने वाले समय की अधिकता को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में दो विश्वविद्यालय हैं और वे पूर्वांचल की सबसे बड़ी समस्या बाढ़ एवं इंसेफलाइटिस पर शोध कर इससे निजात दिला सकते हंै। तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को इस दिशा में आगे आना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तकनीक सस्ती एवं सुलभ होनी चाहिए। इसके द्वारा नदियों का प्रदूषण रोकने, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट द्वारा कूड़े का निस्तारण करने तथा गांव के परम्परागत कुटीर उद्योगों की पुनः स्थापना की जा सकती है। इसके लिए नए युवा अभियन्ताओं को सोचना होगा।
योगी जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा स्टार्ट-अप योजना के अन्तर्गत प्रोत्साहन एवं मानदेय देने के लिए 1000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। अनुसूचित जाति/जनजाति के सदस्यों एवं महिलाओं को प्रत्येक बैंक शाखा द्वारा प्रधानमंत्री की स्टैण्ड-अप योजना के तहत 10 लाख रुपए से एक करोड़ रुपए तक का लोन आसानी से एवं सस्ती ब्याज दर पर दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने आह्वान किया कि नए युवा अभियन्ता केवल कम्पनी में जाॅब न करें, बल्कि उद्योग स्थापित करके युवाओं को भी जाॅब दें। इससे पूर्वांचल से युवाओं का पलायन रुकेगा। उन्होंने भगवान राम का उल्लेख करते हुए कहा कि सेवा के लिए सोने की लंका नहीं, बल्कि अपनी जन्म भूमि हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
इस अवसर पर प्राविधिक शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टंडन ने कहा कि प्रदेश के सभी प्राविधिक शिक्षण संस्थानों को आधुनिकीकरण के लिए कुल 200 करोड़ रुपए तथा मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के लिए 15 करोड़ रुपए दिए गए हैं। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर दुर्ग सिंह चैहान ने कहा कि विश्वस्तर पर हमारे तकनीकी शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता अधूरी है। भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार ने इसमें सुधार के लिए कदम उठाए हैं।
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर श्रीनिवास सिंह ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इसमें 3300 विद्यार्थी हैं। उन्होंने ‘श्रीमद्भगवदगीता’ की प्रतियां प्रदान कर अतिथियों का स्वागत किया। कुल सचिव ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
इसके पूर्व, कुलाधिपति ने सभी छात्रा-छात्राओं को दीक्षोपदेश दिया तथा ईमानदारी एवं सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। उन्होंने वर्ष 2016-17 के लिए परास्नातक में रोहित पटेल, मु0 सलीम, आजाद, ऋतु राय, दुर्गेश मिश्रा, पूजा वर्मा, विद्या श्रीवास्तव, आकृति पाण्डेय, श्रेय कसेरा, निलेश आनन्द, रविशंकर राय एवं कर्ती श्रीवास्तव को कुलपति स्वर्ण पदक एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए। इसके अतिरिक्त, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को भी प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। उन्होंने अनुमिता अग्रवाल एवं गौरव कुमार कौशल को भी कुलपति का स्वर्ण पदक तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
दीक्षान्त समारोह से पूर्व, राज्यपाल जी तथा मुख्यमंत्री जी द्वारा छात्रावास भवन का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को स्मृति चिन्ह् भी भेंट किया गया। इस दौरान मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ओर से बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए 5 लाख 11 हजार 242 रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु प्रदान किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। साथ ही, मां सरस्वती एवं मदन मोहन मालवीय के चित्र पर माल्यार्पण भी किया गया।
इस अवसर पर विधायक श्री जनमेजय सिंह, श्री धु्रव कुमार त्रिपाठी, प्राविधिक शिक्षा सचिव श्री भुवनेश कुमार, जिलाधिकारी श्री राजीव रौतेला, गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति श्री बी0के0 सिंह, प्रबन्धक समिति एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, छात्र-छात्राएं तथा गणमान्य उपस्थित थे।