देहरादून: राजपुर रोड स्थित मंथन सभागार में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार, उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद(यूकाॅस्ट) तथा प्राकृतिक संसाधन विकास केन्द्र (एन.आर.डी.एम.सी) अल्मोड़ा के समन्वय से जनपद में प्रशासन में सुगमता तथा सभी विभागों की योजनाओं में पारदर्शिता लाने हेतु जी.आई.एस (ज्योगोराफिक इन्फोर्मेशन सिस्टम) तथा एस.डी.आई(स्पार्शियल डाटा इन्फ्रास्ट्रक्चर) सेल अर्थात सभी विभागों के सम्पूर्ण आंकड़ों को उपग्रह आधारित बनाने के सम्बन्ध में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व/नोडल अधिकारी जी.आई.एस वीर सिंह बुदियाल की अध्यक्षता में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में अपर जिलाधिकारी वीर सिंह बुदियाल ने बताया कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में जी.ओ पोर्टल के माध्यम से प्रत्येक विभाग का डाटा एकत्रित करना है तथा इसके माध्यम से योजना के क्रियान्वयन, उसकी निगरानी तथा प्रशासन को दुरूस्त रखने में सहायता मिलेगी। उन्होने कहा यह परियोजना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी भारत सरकार एवं उत्तराखण्ड सरकार द्वारा वित्त पोषित है तथा उन्होने जनपद के सभी विभागों को उपरोक्त परियोजनाओं का क्रियान्वयन यथाशीघ्र अपने विभाग में कराने के निर्देश दिये, जिससे जनपद में जी.ओ प्रौजेक्ट के माध्यम से कार्य सुचारू रूप से किया जा सके।
कार्यशाला में उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद/यूकाॅस्ट के महानिदेशक डाॅ राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि परियोजना के तहत प्रत्येक जनपद में जी.आई.एस सेल की स्थापना की जानी है, जिससे किसी भी परियोजना में उचित निगरानी सफल होने के फलस्वरूप पारदर्शिता आयेगी तथा उसके क्रियान्वयन में भी अधिक सफलता मिल सकेगी। इसके लिए जनपद स्तर पर सभी विभागों द्वारा अपना सम्पूर्ण डाटा जी.आई.एस से कनैक्ट करना है।
कार्यशाला में एन.आर.डी.एम.एस/ प्राकृतिक संसाधन विकास केन्द्र अल्मोड़ा कुमाऊ विश्व विद्यालय के प्रोफेसर जी.एस रावत ने प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रयोजना के उद्देश्य तथा रिमोट सैंसिंग के बारे में उपस्थित अधिकारियों को विस्तार बताया। उन्होने बताया कि जनपद में किस प्रकार उक्त परियोजना को क्रियान्वित किया जायेगा तथा किस प्रकार आंकड़ों का संयोजन किया जायेगा।
यूकाॅस्ट के परियोजना समन्वयक डाॅ डी.पी उनियाल ने परियोजना में जी.ओ सर्वर की स्थापना तथा इसके लाभ के बारे में बताते हुए कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से योजना की प्लानिंग उसके निर्माण, क्रियान्वयन तथा विभिन्न विभागों में प्रशासन की दृष्टि से समन्वय करने में बहुत आसानी होगी। उन्होेने कहा कि इसके माध्यम से सभी प्रकार की योजना तथा समस्त आंकड़े उपग्रह से कनैक्ट हो जायेंगे, जिससे विभिन्न योजनाओं के आंकड़ो को प्राप्त करने तथा अन्य प्रकार के दिशा-निर्देशन में बहुत सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी प्रदीप पाण्डेय, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश हरिगिरि, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी रतन सिंह, जिला पंचायतराज अधिकारी एम जफर खान सहित जनपद के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।