नई दिल्लीः नियोजन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और रसायन तथा उर्वरक राज्यमंत्री श्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज लोकसभा में वर्तमान यूरिया नीति के कारण संचालन वित्तीय नुकसान का सामना कर रही यूरिया उत्पादन इकाईयों के ब्यौरे के बारे में बताया कि यूरिया बनाने वाले केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के सभी प्रतिष्ठानों ने वित्त वर्ष 2016-17 में संचालन लाभ (यानी ब्याज भुगतान और अवमूल्यन से पहले) दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि निजी तथा सहकारी यूरिया उत्पादकों के लिए उर्वरक विभाग ऐसा कोई डाटा नहीं रखता।
केन्द्र की सभी यूरिया उत्पादक इकाईयों के लाभ नीचे तालिका में हैं:
क्रम संख्या | यूरिया बनाने वाले सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के नाम | 2016-17 के दौरान संचालन लाभ
(करोड़ रुपये में) |
1. | राष्ट्रीय रसायन और उर्वरक लिमिटेड | 234.94 |
2. | राष्ट्रीय उर्वरक लिमिटेड | 190.97 |
3. | मद्रास उर्वरक लिमिटेड | 69.22 |
4. | ब्रह्मपुत्र वैली उर्वरक निगम लिमिटेड | 7.49* |
* 2016-17 के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ