Online Latest News Hindi News , Bollywood News

योजनाओं में कोताही पर उच्चाधिकारियों की भी तय होगी जवाबदेही: श्रीकांत शर्मा

उत्तर प्रदेश

वाराणसी: ऊर्जा मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा जी ने वाराणसी के आयुक्त सभागार में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में ऊर्जा मंत्री जी ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों विशेषकर आने वाली गर्मियों की जरूरतों के दृष्टिगत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। बैठक में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों के साथ यूपीपीसीएल व यूपीपीटीसीएल के एमडी और पूर्वांचल के जनपदों से आए माननीय विधायकगण उपस्थित रहे।

बैठक की शुरुआत में ऊर्जा मंत्री जी ने सभी माननीय विधायकों से उनके क्षेत्र की विद्युत संबंधी समस्याएं और आवश्यकताएं जानीं। माननीय विधायकों ने बैठक में दुर्घटनाओं की वजह बनती जर्जर तारों, लो वोल्टेज पर विद्युत की आपूर्ति होने, ट्रान्सफार्मर ओवरलोड रहने, मजरों के विद्युतीकरण की धीमी गति, ट्यूबवेल कनेक्शन के एस्टीमेट बनाए जाने में अनावश्यक देरी होने, बिलिंग एजेंसियों द्वारा मनमाने ढंग से बिल बनाए जाने और भुगतान के बावजूद सिस्टम पर बिल अपडेट न किए जाने की समस्याओं की ओर ऊर्जा मंत्री जी का ध्यान आकृष्ट किया।

माननीय विधायकों द्वारा बताई गई समस्याओं पर बिंदुवार विस्तृत चर्चा करते हुए ऊर्जा मंत्री जी ने संबंधित अधिकारियों को पूर्वांचल के जिलों में विद्युतीकरण के कार्यों में तेजी लाने, जर्जर तारों की गंभीर समस्या वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर तार बदलने का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने, बार-बार ट्रांसफार्मर फुंकने की शिकायत वाले क्षेत्रों में लोड की जांच कर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि करने और बिलिंग एजेंसियों के कार्यों की प्रभावी मॉनिटरिंग करने के आदेश दिए।

ऊर्जा मंत्री जी ने कहा, ‘आने वाली गर्मियों के दृष्टिगत मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा पूरे प्रदेश में रोस्टर के अनुसार निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की है। इसलिए प्रदेश की सभी विद्युत वितरण कंपनियों की तैयारियां की लगातार समीक्षा की जा रही है। पूर्वांचल पूर्व सरकारों की उपेक्षा के कारण अरसे से खराब आपूर्ति व्यवस्था का सामना करता रहा है। इसलिए सरकार प्रदेश की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के साथ-साथ पूर्वांचल की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को प्राथमिकता के आधार पर सुदृढ़ कर रही है।’

विद्युत उपकेंद्रों में उपभोक्ताओं के उत्पीड़न की माननीय विधायकों की शिकायत पर उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के मार्गदर्शन में ऊर्जा विभाग ‘उपभोक्ता देवो भवः’ की नीति पर चल रहा है। हमारा लक्ष्य अपनी व्यवस्थाओं को सरल, सुगम और उपभोक्ताओं के अनुकूल बनाना है। योगी सरकार में उपभोक्ताओं के उत्पीड़न के लिए कोई जगह नहीं है। उपभोक्ताओं को परेशान करने वाले कर्मियों से सख्ती से निपटा जाएगा। अधिकारियों का प्राथमिक दायित्व है कि वह सरकार की मंशा के अनुरूप उपभोक्ताओं को पारदर्शिता के साथ सेवाएं उपलब्ध कराने और शिकायतों का अविलंब समाधान देने का कार्य करें।’

ऊर्जा मंत्री जी ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों को टोल फ्री नंबर 1912 की मॉनिटरिंग व्यवस्था और बेहतर करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा, ‘1912 नंबर पर मिलने वाली शिकायतों विशेषकर ट्रान्सफार्मर की खराबी की शिकायतों के निस्तारण की स्थिति जानने के लिए संबंधित शिकायतकर्ताओं को फोन करने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। शिकायतकर्ता से जवाब मिलने के बाद ही शिकायत को निस्तारित की सूची में शामिल करें। यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि शहरी क्षेत्र में खराब ट्रान्सफार्मर 24 घंटे में और ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घंटे की तय अवधि में हर हाल में बदले जाएं।’

बैठक में ऊर्जा मंत्री जी ने पूर्वांचल के जनपदों में ‘सौभाग्य योजना’ के तहत दिए जा रहे विद्युत संयोजनों की प्रगति, विभिन्न योजनाओं के तहत अविद्युतीकृत मजरों में जारी विद्युतीकरण कार्यों की अद्यतन स्थिति और बकाएदारों से वसूली के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी अधिकारियों से विवरण लिए। उन्होंने अधिकारियों को तय लक्ष्यों को पाने के लिए सकारात्मक नजरिये के साथ टीम के रूप में काम करने की सलाह देते हुए, अपने अधीनस्थ कार्यालयों के नियमित अंतराल पर दौरे करने की हिदायत भी दी। ऊर्जा मंत्री जी ने कहा, ‘ सरकार की योजनाओं का जमीनी स्तर पर अच्छे से क्रियान्वयन सुनिश्चित करना अधिकारियों का दायित्व है। इसमें कोताही मिलने पर सिर्फ निचले ही नहीं, बल्कि उच्चाधिकारियों की भी जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।’

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More