नई दिल्ली: रक्षामंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण आज तेजपुर पहुंची। उन्होंने रक्षामंत्री के रूप में पहली बार पूर्वी कमान का दौरान किया। श्रीमती सीतारमण के साथ उप सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल शरत चंद एवं पूर्वी कमान के जीओसी – इन-सी, लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा की तेजपुर वायुसेना स्टेशन पर गजराज कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल ए.एस.बेदी और सेना तथा वायुसेना के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने इनकी अगवानी की। रक्षामंत्री भारतीय सेना एवं भारतीय वायुसेना के ठिकानों की यात्रा का उद्देश्य विभिन्न रक्षा प्रतिष्ठानों में कार्य कर रहे अधिकारियों और सेनाकर्मियों से परिचय और आपसी संपर्क है। उनकी पूर्वी कमान की हाल की यात्रा से लोगों में और अधिक विश्वास कायम हुआ है। उन्होंने इस संदर्भ में सिक्किम की भी यात्रा की थी।
रक्षा मंत्री ने 85वें वायुसेना दिवस पर वायुसेना के जाबांजों को अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण तेजपुर पूर्वी एयरबेस का दौरा किया। उन्होंने एयरबेस की परिचालन संबंधी तैयारियों की समीक्षा की और सुखोई लड़ाकू विमान और वायुसेना की अन्य परिसंपत्तियों को भी देखा।
श्रीमती सीतारमण ने गजराज कोर मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान गजराज कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल ए.एस.बेदी ने अरूणाचल प्रदेश के कामिंग सेक्टर और असम में सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने कोर की तैयारियों के बारे में भी मंत्री महोदया को बताया। श्रीमती सीतारमण ने सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास और सुविधाओं के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
रक्षामंत्री ने तेजपुर के सोलमारा सैन्य स्टेशन का भी दौरा किया और चाय के साथ अधिकारियों और जवानों से बातचीत भी की। उन्होंने सैन्य अनुशासन के उच्च मानदंडों के लिए अधिकारियों और जवानों की प्रशंसा की और कठिन क्षेत्र तथा चुनौतीपूर्ण माहौल में जवानों की तैयारियों की प्रशंसा की। उन्होंने सेना की टुकड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि मानवाधिकारों के प्रति सम्मान रखते हुए वे अभिमान और सम्मान की यही भावना हमेशा बनाए रखें। श्रीमती सीतारमण ने सेनाओं की परिचालन संबंधी तैयारियों के स्तर पर संतोष व्यक्त किया और दिल्ली रवाना होने से पहले जवानों व अधिकारियों की दीपावली की शुभकामनाएं दीं।