नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन(डीआरडीओ) ने भारतीय सेना और अर्द्धसैनिक बलो के प्रयोग के लिए कानपुर की एमकेयू लिमिटेड के साथ बुलेट प्रूफ जैकेट(बीपीजे) निर्माण के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण किया है।
डीआरडीओ के अध्यक्ष और रक्षा अनुसंधान और विकास विभाग में सचिव श्री एस क्रिस्टोफर ने नई दिल्ली मे आयोजित एक समारोह में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण किया। इस दौरान डीआरडीओ और मैसर्स एमकेयू के बीच दस्तावेज और संबधित लाइसेंस समझौते का आदान-प्रदान किया गया।
इस प्रौद्योगिकी का विकास डीआरडीओ की कानपुर स्थित प्रयोगशाला रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान और विकास संस्थान( डीएमएसआरडीआई) ने किया है।
कार्यक्रम के दौरान श्री क्रिस्टोफर ने मैसर्स एमकेयू लिमिटेड से भारतीय सेना और अर्द्धसैनिक बलो के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट निर्माण के लिए गुणवत्ता की कड़ी निगरानी रखने और डीआरडीओ द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए आपसी सहयोग का अनुरोध किया।
कार्यक्रम में डीआरडीओ के नौसेना प्रणाली और सामान कलस्टर के महानिदेशक डॉ. एस वी कामत,डीएमएसआरडीई कानपुर के महानिदेशक डॉ.एन ईश्वर प्रसाद,एमकेयू लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री नीरज गुप्ता और डीआरडीओ मुख्यालय के विभिन्न कार्पोरेट निदेशक भी शामिल थे।
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