मुंबई: राधिका आप्टे साउथ, हिंदी फिल्मों में लगातार काम कर रही हैं। उन्होंने खुद को एक वर्सटाइल एक्ट्रेस के तौर पर प्रूफ भी किया है। फिल्म ‘पैडमैन’ में अक्षय कुमार के साथ उन्होंने बहुत अलग अंदाज बिखेरे। राधिका आप्टे की पहचान बॉलीवुड में एक संजीदा अभिनेत्री की रही है। शुरुआत से वह लीक से हटकर काम करती रही हैं। अक्षय कुमार स्टारर ‘पैडमैन’ में भी राधिका ने जो किरदार निभाया था, वह दर्शकों को खूब भाया। खुद भी इस फिल्म को राधिका अपने लिए खास मानती हैं। वह आगे भी डिफरेंट कैरेक्टर्स करना चाहती हैं। बातचीत, राधिका आप्टे से…
फिल्म ‘पैडमैन’ के बाद आपके लिए लोगों का रवैया कितना बदला है?
फिल्म ‘पैडमैन’ की सफलता ने मुझे बॉलीवुड में एक खास जगह दी है। लेकिन ऐसा नहीं है कि मैं इससे पहले एकदम बेकार थी या कोई मुझे नहीं पहचानता था। बतौर एक्ट्रेस मैंने इंडस्ट्री में अपनी एक पहचान बनाई है। हां, ‘पैडमैन’ के बाद उसमें चार चांद लग गए।
क्या ‘पैडमैन’ के बाद आप अपने एक्टिंग करियर को लेकर ज्यादा सीरियस हो गई हैं?
नहीं, ऐसा नहीं है। सच बात यह है कि मैं कभी अपने एक्टिंग करियर को लेकर सीरियस नहीं हुई। मैंने अपने एक्टिंग करियर को लेकर ज्यादा सोचा होता तो मैं अपने काम को एंज्वॉय नहीं कर पाती।
कोई ऐसा एक्टर है, जिसके साथ काम करने की आप ख्वाहिश रखती हों?
हां, मुझे सुशांत सिंह राजपूत का काम बहुत पसंद है। मैं फ्यूचर में उनके साथ जरूर एक फिल्म करना चाहूंगी।
कौन-सा फिल्ममेकर आपका सबसे फेवरेट है?
रामगोपाल वर्मा की मैं बहुत बड़ी फैन हूं। उन्होंने कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। लेकिन आजकल उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पा रही हैं।
एक एक्ट्रेस के तौर पर आप अपने एक्टिंग करियर से कितनी सैटिस्फाइड हैं?
अभी तो मेरी शुरुआत है। लेकिन मैं यह कह सकती हूं कि मेरी शुरुआत अच्छी हुई है। साउथ की फिल्मों के अलावा मैंने हिंदी फिल्मों में भी अपनी जगह बनाना शुरू कर दिया है। मैं चाहती हूं कि फिल्म किसी भी लैंग्वेज की हो, उसमें एक एक्ट्रेस के तौर पर मुझे सही पहचान मिले। मैं जितना भी काम करूं, दर्शकों को पसंद आए। तभी खुद को सफल समझूंगी।
आप नॉन ग्लैमरस रोल ज्यादा करती हैं, क्या ग्लैमरस रोल से परहेज है?
रोल कोई भी हो उसमें बतौर एक्टर करने के लिए कुछ होना चाहिए। मुझे ग्लैमरस रोल से कोई ऐतराज नहीं है, बशर्ते उस रोल में कुछ कर दिखाने को मिले।
आपने ‘फोबिया’ नाम की एक फिल्म में काम किया था। असल जिंदगी में आपको किस चीज का फोबिया है?
चूहों से बहुत डर लगता है, मुझे उनका ही फोबिया है।
आपका कोई ऐसा फैन जिससे मिलकर बड़ी कोफ्त हुई हो?
हां, कई फैंस बहुत अजीब होते हैं। एक बार मैं प्लेन से ट्रैवल कर रही थी तो प्लेन में मुझे एक शख्स मिला, वह मेरे साथ सेल्फी लेना चाहता था। मैंने उसको टालने की बहुत कोशिश की। लेकिन वह नहीं माना। आखिर तंग आकर मैंने उससे कहा, ‘भाई, तू सेल्फी ले ले और मेरी जान छोड़ दे।’
हरिभूमि