उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रामनवमी एवं स्वामी रामदेव के सन्यास दीक्षा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में स्वामी रामदेव को शुभकामनांए दी। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति सनातन संस्कृति है। जो अनादि काल से चली आ रही है। यह संस्कृति हमें सन्यासियों की परम्परा से मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा स्वामी रामदेव जी ने योग के माध्यम से प्रदेश ही नहीं अपितु देश विदेश में भी उत्तराखण्ड को एक नई पहचान दिलाई है। स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग एवं उपभोग उनका मूल मंत्र है। मुख्यमंत्री ने स्वामी रामदेव एवं अन्य संतो का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर उन्होंने योग एवं आयुर्वेद पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण, आचार्य स्वामी अवधेशानन्द , स्वामी रघुमुनि महाराज, आचार्य प्रद्युम्न जी महाराज, मेयर मनोज गर्ग, विधायक स्वामी यतीश्वरानन्द, आदेश चैहान, सुरेश राठौर, कुंवर प्रणव चैंपियन, प्रदीप बत्रा, देशराज कर्णवाल, भाजपा के हरिद्वार जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह, रूड़की जिलाध्यक्ष कल्पना सेनी, मनोज जोशी, आशीष, कामिनी सड़ाना, विकास तिवारी आदि उपस्थित थे।