नई दिल्ली: सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के अंदर डेरामुखी ने न सिर्फ साध्वियों के साथ यौन शोषण किया बल्कि अस्पताल में नियमों को ताक पर रखकर महिलाओं का गर्भपात कराया। रविवार को डेरा में सर्च अभियान पूरा हो गया।
सिरसा और उसके आसपास के इलाकों में सोमवार से एसएमएस, इंटरनेट और रेल सर्विस बहाल होगी। कर्फ्यू हटाने पर विचार किया जाएगा। रविवार सुबह इसमें थोड़ी ढील दी गई। हरियाणा सरकार के जन संपर्क विभाग के उपनिदेशक सतीश मेहरा ने बताया कि ऑपरेशन पूरा हो चुका है,अब कोर्ट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट को सौंपेंगे।
यह खुलासा सर्च ऑपरेशन के दौरान जांच टीम ने उस वक्त किया जब डेरा के एमएसजी सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल का रिकॉर्ड खंगाला। यह भी खुलासा हुआ है कि डेरा में बना हुआ स्किन बैंक भी बिना लाइसेंस के चल रहा था। उसे भी सील किया गया है। सर्च ऑपरेशन की जानकारी देते हुए उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डेरा के अस्पताल में चल रही विभिन्न गतिविधियों की जांच की। मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट (एमटीपी) की भी पूरी तरह से अनुपालना नहीं की जा रही थी। उपायुक्त के इसी बयान से स्पष्ट होता है कि डेरा के अस्पताल में महिलाओं का गर्भपात होता था।
गर्भपात कानूनन जुर्म है। लेकिन डेरा में कानून का कोई डर-भय नहीं था। अब सवाल उठता है कि डेरा के अंदर गर्भपात क्यों व किन महिलाओं का किया जाता था। हालांकि अब धीरे-धीरे परतें खुल रही हैं।
अब आपको बताते हैं दो दिनों तक चले तलाशी अभियान में डेरा से क्या-क्या मिला-
दूसरे दिन सर्च ऑपरेशन में डेरे से मिली ये चीजें
1- डेरा सच्चा सौदा के स्किन बैंक में अनियमिततायें पाये जाने पर उसे सील कर दिया गया है। उपनिदेशक सूचना सतीश मेहरा ने बताया कि लखनऊ 14 शव भेजे गये थे उनका कोई रिकार्ड डेरे के अस्पताल में नहीं मिला है। सर्च टीम ने इस संदर्भ में हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग को कार्यवाही के लिए चिट्ठी लिखी है।
2- डेरा परिसर में पटाखे बनाने की एक फैक्ट्री भी मिली है और यह अवैध फैक्ट्री है। उसे सील कर दिया गया है।
3- एक अधिकारी ने बताया कि एके 47 के कारतूसों का एक खाली बक्सा, पटाखों के 84 गत्ते और अवैध कारखाने के रसायन बरामद किए गए थे।
4- सर्च ऑपरेशन के दूसरे दिन सैकड़ों जोड़े जूते, डिजाइनर कपड़े और टोपियां मिली हैं।
5- राज्य के सूचना और जन संपर्क विभाग के उप निदेशक सतीश मेहरा ने बताया, एक गुप्त सुरंग का पता चला है जो गुरमीत राम रहीम के निजी आवास (गुफा) से साध्वियों के हॉस्टल तक जाती थी।
6- डेरा की तलाशी के दौरान एक और फाइबर सुरंग का पता चला जो डेरा प्रमुख के निजी आवास से करीब पांच किलोमीटर खुलती थी।
7- डेरा परिसर की तलाशी के दौरान रसायन भी मिले।
8- इसके अलावा बाबा राम रहीम के कमरे से एक वॉकी-टॉकी भी बरामद हुआ है।
9- बाबा राम रहीम के आवास के समीप ही मिले विंडो जैसे रास्ते को नई मिट्टी डालने के बाद फाइबर लगाकर बंद किया गया था। जांच टीम ने अब उस विंडो की खुदाई आरंभ कर दी है।
10- 2 लैपटॉप, करीब डेढ़ दर्जन धारदार हथियार और दर्जनों लाठियां बरामद की गई हैं।
पहले दिन सर्च ऑपरेशन में डेरे से मिली ये चीजें
1- कंप्यूटर और हार्ड डिस्क ड्राइव
2- कई लग्जरी कारें बिना नंबर प्लेट के। बताया जा रहा है कि जिन लग्जरी गाड़ियों में राम रहीम जाता था उन कारों में नंबर प्लेट नहीं होती थी।
3- 60 लाख रुपये की लेक्सेस गाडी भी मिली है जिस पुलिस अपने साथ ले गई है। अब ये जांच की जा रही है कि ये गाड़ी किसके नाम पर थी।
4- पुलिस को बिना लेबल के कई ब्रांडेड दवाइयां भी मिली हैं।
5- एक ओबी वैन
6- सात हजार रुपये के बंद हो चुके नोट
7- 12 हजार रुपये नकद
8- आलीशान फर्नीचर, ड्रेसिंग टेबल
9- महंगे पर्स, बेशकिमती अंगूठी
10- 1500 जोड़ी जूते
11- पुलिस को दीवार के पीछे कबड़ मिले जिसमें करीब तीन हजार जोड़ी कपड़े टंगे हुए मिले।
12- तलाशी के दौरान 2 रूम कैश से भरे मिले, जिसे सील कर दिया गया है।
13- डेरा हेडक्वॉर्टर के पास के बाजार में प्लास्टिक के बने सिक्के भी मिले हैं। ये सिक्के 10 रुपये से लेकर अलग-अलग मूल्यों के हैं।
14- तलाशी के बाद बाबा की गुफा से 5 लोग मिले हैं, जिनमें से 2 नाबालिग और 3 बालिग हैं। दो नाबालिग बच्चों को बाल संरक्षण टीम को सौंप दिया गया व अन्य तीन को पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया है।
15- गुफा से एक वॉकी टॉकी भी मिला है।
16- सर्च अभियान के दौरान वन विभाग की टीम को भी बुलाया गया, जिसके चलते डेरे में कई जानवर मिले। इनमें हिरण, मोर आदि वन्य प्राणी शामिल हैं। सर्च ऑपरेशन के दौरान डेरा परिसर में वन्य प्राणी देखे गए।
जसमीत इंसां के आवास तक पहुंची जांच
शनिवार को चलाए गए सर्च अभियान के दौरान जांच टीम बाबा राम रहीम के पुत्र जसमीत इंसां के आवास तक पहुंची और वहां भी बारीकी से जांच की। हालांकि टीम सदस्यों को जांच के दौरान कोई भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। अहम बात यह है कि पूरी जांच टीम के साथ रुड़की से भू-गर्भ विभाग की टीम भी अपना पूरा सहयोग दे रही है। इस भूगर्भ विभाग की जांच टीम ने डेरे में डेरा डाला हुआ है। टीम के सदस्य विशेष उपकरणों व एक्सरे मशीनों से लैस हैं जो जांच के दौरान गुफा और डेरे की जमीन की जांच करेंगे।
उल्लेखनीय है कि डेरा भूमि में काफी संख्या में नर कंकालों के दबे होने की भी आशंकाएं जाहिर की गई हैं। इसी उद्देश्य से जांच टीम की ओर से दो जेसीबी मशीनें भी मंगवाई गई हैं, ताकि खुदाई कर कंकाल बरामद किए जा सकें। हालांकि डेरा के मुखपत्र सचकहूं में डेरा के ही कुछ प्रबंधकों ने भी खुद माना था कि यहां नर कंकाल मिल सकते हैं क्योंकि जो लोग यहां मरते थे, परिजन उनकी अस्थियों को यहीं दफना देते थे ताकि मिट्टी में मिलकर हड्डियां फासफोरस बनकर मिट्टी को उपजाऊ बना सके। अब इस बात में कितनी सच्चाई है, ये तो आने वाला वक्त बताएगा।