नई दिल्लीः राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने नई दिल्ली में शिवाजी जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय शिवराज्यभिषेक महोत्सव समिति द्वारा आयोजित समारोह में उपस्थित होकर गौरवान्वित किया तथा समारोह को संबोधित भी किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने अखिल भारतीय शिवराज्यभिषेक महोत्सव समिति को दिल्ली में इस तरह बड़े पैमाने पर समारोह आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्हें यह जानकार काफी खुशी हुई कि इस समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष रायगढ़ के किले में “शिवाजी राज्याभिषेक महोत्सव” आयोजित किया जाता है जो बहुत ही प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से शिवाजी के जीवन और उपलब्धियों को जानने का जो अवसर मिलता है वो अविस्मरणीय है।
राष्ट्रपति ने कहा कि शिवाजी ने जाति और अन्य सम्प्रदाय से अलग हटकर लोगों को एकीकृत करने का काम किया था। वह जाति और धर्म के किसी भी भेदभाव के बिना योग्यता के आधार पर सैन्य और प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति करते थे। लोग उनको आज भी अच्छे प्रशासन, उदार और निष्पक्ष कार्यों के कारण और सार्वजनिक कल्याण में लगे होने के कारण सम्मान के साथ याद करते हैं। यही कारण है कि शिवाजी को हमारे इतिहास और लोककथाओं में बहुत ही विशेष महत्व दिया गया है। शिवाजी के सामाजिक लोकतंत्र के आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।