नई दिल्लीः राष्ट्रमंडल महासचिव पैट्रिशिया जेनेट स्कॉटलैंड ने यहा केन्द्रीय युवा मामले और खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन राठौर से मुलाकात की।
बातचीत के दौरान कर्नल राठौर ने राष्ट्रमंडल खेलों के साथ राष्ट्रमंडल युवा महोत्सव के विचार का प्रस्ताव रखा। प्रस्तावित युवा महोत्सव राष्ट्रमंडल देशों के युवाओं के बीच अनौपचारिक महौल में मेल जोल बढ़ाने का मंच हो सकता है जो खेलों के अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में अक्सर खो जाता है। कर्नल राठौर ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों के साथ राष्ट्रमंडल युवा महोत्सव का आयोजन सकारात्मक संदेश देने के लिए खेल की क्षमता को बढ़ा सकता है।
युवा मामले और खेल मंत्री ने खेलो इंडिया योजना और आगामी खेलो इंडिया स्कूल खेलों की अवधारणा से महासचिव को अवगत कराया। उन्होंने उग्रवाद से युवाओं को अलग करने में खेलों की सफलता की भी उन्हें जानकारी दी। कर्नल राठौर ने कश्मीर घाटी में फुटबॉल की लोकप्रियता का उदाहरण दिया। दोनों नेताओं ने खिलाड़ियों और राष्ट्रमंडल देशों के युवाओं के आभासी समुदाय विकसित करने पर सहमति व्यक्त की जहां विचारों के मुक्त आदान प्रदान से खिलाडियों और भविष्य के नेताओं के बीच संबंध मजबूत हो सकते हैं।
19 वर्ष तक की आयु के राष्ट्रमंडल समुदाय क्रिकेट खेल विचार के बारे में खेलमंत्री ने कहा कि एक दूसरे के देशों में प्रशिक्षण की व्यवस्था करके ऐसे परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया की खेल एक ऐसा मंच है जो लोगों को करीब ला सकता है, खेल के मैदान में बाधाएं समाप्त हो जाती हैं और हमेशा के लिए संबंध स्थापित हो जाते हैं।
महासचिव ने कर्नल राठौर को अप्रैल 2018 में आगामी राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान राष्ट्रमंडल खेल मंत्रियों के सम्मेलन में आने का निमंत्रण दिया।