लखनऊ: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ के मानवाधिकार विभाग के तत्वाधान में चल रहे तीन दिवसीय (06/01/2018 – 08/01/2018) प्रथम राष्ट्रिय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आज समापन हुआ। इस मौके पर सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष जस्टिस प्रमोद कोहली मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। विवि के वाईस चान्सलर प्रो आर सी सोबती के संरक्षक के तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित रहें । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो प्रीती सक्सेना द्वारा किया गया। स्कूल ऑफ़ लीगल स्टडीज के डीन प्रो एस के भटनागर ने अतिथियों और सभी प्रतिभागियों, विद्यार्थियों का स्वागत किया।
विश्वविद्यालय के मानवाधिकार विभाग द्वारा आयोजित इस पहली मूट कोर्ट प्रतियोगिता के समापन दिवस पर विवि के मूट कोर्ट हॉल का उद्घाटन मुख्य अथिति जस्टिस कोहली द्वारा किया गया।
“जिन्दगी में जोखिम उठाना चाहिए, अगर आज जीतते हैं तो आप नेतृत्व कर सकते हैं, और अगर हारते हैं तो आप मार्गदर्शन करेंगे”, स्वामी विवेकानंद के इन विचारों से विद्यार्थियों को अवगत कराते हुए प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि जस्टिस प्रमोद कोहली ने विद्यार्थियों को जीवन में चुनौतियों का सामना करने की सलाह दी और साथ ही उन्होंने मूटिंग के अर्थ व उसकी आवश्यकताओं से विद्यार्थियों को अवगत कराया । इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को कड़ी मेंहनत और सफलता के लिए अथक प्रयास करने की सलाह दी।
इस अवसर बोलते हुए विवि वाइस चान्सलर प्रो. आर. सी. सोबती ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय में मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन हो और इसके लिए एक विशेष मुट कोर्ट हाल हो। यह सपना मैने तब देखा था जब मैं इस यूनिवर्सिटी में वाइस चान्सलर के पद पर आया और आज मेरा यह सपना साकार हो गया। ‘‘ इस अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों से आये प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि मूट कोर्ट कोई साधारण प्रतियोगिता नहीं है। इसके लिए विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और यहीं वो यह सीख पाते हैं कि किस प्रकार न्यायालय में न्यायाधीश के सामने अपना पक्ष रखना है। उन्होंने कहा कि किसी भी पेशे के लिए जो ड्रेस कोड निर्धारित किया गया है उसका भी अपना विशेष महत्व है, और हम सभी को इस काबिल बनना चाहिए कि हम उस ड्रेस की गरिमा को बरकरार रख सकें।
प्रतियोगिता में आयी 10 टीमों के बीच 4 चरणों में प्रतिस्पर्धा हुयी जिसमें अंतिम चरण में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी और स्कूल ऑफ एक्सेलेंस ऑफ़ लॉ, चेन्नई के बीच में जम के वाद विवाद का हुआ। आज प्रतियोगिता की विजेता टीम की घोषणा कार्यक्रम की संयोजिका प्रो प्रीती मिश्रा द्वारा किया गया। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को रनर उप का खिताब हासिल हुआ। स्कूल ऑफ एक्सेलेंस ऑफ़ लॉ, चेन्नई ने बाजी मारते हुए विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया। इसके साथ ही बेस्ट रिसर्चर के लिए स्कूल ऑफ़ लॉ, प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी बैंगलोर के सुयश धस्माना को, बेस्ट मेमोरियल के लिए सिम्बायोसिस लॉ स्कूल पुणे को, बेस्ट मूटर के लिए स्कूल ऑफ एक्सेलेंस ऑफ़ लॉ, चेन्नई की तृप्तथि पेरमुला को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में विवि के वाईस चांसलर द्वारा मुख्य अतिथि को मोमेंटो भेंट कर उनका सम्मान किया गया और साथ ही इस सफल प्रतियोगिता के आयोजन के लिए कार्यक्रम की अध्यक्ष और संयोजिका को वीसी प्रो आर सी सोबती द्वारा सम्मानित किया गया।